________________ 632 लघुविद्यानुवाद गणघर कुण्ड (2) .. आह्वनीय केवली कुण्ड (3) 1201 Mr. दक्षिणाग्नि HE जो व्यक्ति धर्म मे, नीति मे, त्याग मे, तप मे, मन मे, मानव-मर्यादामो मे सदा में स्थिर रहता है, मजबूत रहता है, सकटकाल मे भी विचलित नही होता है, अनीति में 4 मे कदम नही रखता है, उस व्यक्ति के चरणो मे देवता भी नमन करते है।