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लघुविद्यानुवाद
"ॐ नमो गौतम स्वामिने सर्व लब्धि सम्पन्नाय मम अभीष्ट सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा। प्रतिदिन १०८ बार जपिये । जय होय, कार्य सिद्धि होय ।
"ॐ ह्री धरणेन्द्र पार्श्वनाथाय नमः । विधि :-दर्शन कुरु २ स्वाहा । १२ हजार जप कर हाथ मुख पर, नेत्रो पर फेरे, जहाँ धन गडा
होगा स्पष्ट दीखेगा।
यन्त्र न० ११६
२
इन दोनो यत्रो को कु कुम गोरोचन से भोजपत्र पर लिख कर गले मे बाधे, गर्भ स्तम्भन होय ॥११६, १२०॥
यन्त्र न.१२०
७७
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