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________________ ७२ ३६. २३६ क्रोधकाण्डक ७६ | पूर्वस्पर्धक गलिताय शेषगुणश्रणो १०,२० । पूर्वानुपूर्वी गुएराशि प्राम पृथक्त्व गुणश्रेरिण निर्जरा पृथक्त्व वितकं सविचार गुरागी शीर्ष २२२ प्रतर समुद्घात १६७, १६९ गुणसंक्रमण प्रतिग्रह गोपुच्छा १५७ प्रतिग्रहस्थान घातद्रव्य १५६ १२५ प्रतिग्रह्यमाण चालीसीय १५७ २७,२६ प्रत्यागाल चलिका ६० प्रत्यावलो उद्मस्थ प्रथम वर्गमूल जघन्य कृष्टि १७७ प्रदेश जघन्य वर्गणा ४६ प्रदेशगुणहानिस्थानान्तर डेढ़गृणहानि ८६ १७३ प्रध्वंसाभाव तीसीय १८६ २७, २६ फालि दण्डसमुद्घात १६७, १९६ बादर उच्छ्वास निःश्वास दीयमान १४, १७६, १३० बादर काययोग दूरवर्ती २०३ १८६, १८६ बादर मनोयोग दूरापकृष्टि २०३ २६, ३०, ३१ बादर वचनयोग दृश्यमान ११४,१३०,१५७.१६% २०३ बीसीय १६६,१७६ २७, २८, २४ देशघातिकरण ४२,२ भजिलव्य देशामर्शक महावाचक पार्यमा द्रव्य वेद मानकाण्डक ध्यान २१३ मायाकाण्डक नवकसमय प्रबद्ध यति वृषभाचार्य २०२ निक्षेप योगनिरोध १६८ नि:सिंचमानप्रदेशाग्र लोकपूरणसमुद्घात १६७, १६६ परमुखउदय लोभकाण्डक ८२ परमुख क्षय वर्षपथक्स्व परस्थान विशेषहीन परस्थानगुणकार १०१ विसंयोजना परस्थान संक्रमण १२० व्यय द्रव्य १२२,१२३,१२४,१२१ पर्व व्यपरतक्रियानिवर्ती २२७ पल्योपम २०,१७७ शेष शेष २६ पश्चादानुपूर्वी २३६ | शैलेश्य भाव २०२ १३० m mro २१५
SR No.090261
Book TitleLabdhisar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichandra Shastri
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages644
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Karma, Philosophy, & Religion
File Size16 MB
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