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विषयानुक्रमणिका
विषय
पृष्ठ संख्या
भूमिका मालाचरण जीवसमास निक्षेप छह अनुयोगद्वार आठ अनुयोगद्वार मार्गणास्थान जीवस्थान (जीव के चौदह भेद) गुणस्थान
भाग १
सत्प्ररूपणा-द्वार १. गति-मार्गणा
चारगतियों का सामान्य उल्लेख नरकगति तिर्यञ्चगति मनुष्यगति देवगति चारों गतियों में गुणस्थान
२. इन्द्रिय-मार्गणा
ऐन्द्रिक विकास एवं गुणस्थान
पर्याप्तियाँ .. काय-मार्गणा
काय-मार्गणा एवं गुणस्थान पृथ्वीकाय के भेद अपकाय के भेद तेजसकाय के भेद वायुकाय के भेद दनस्पतिकाय के भेद