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सहाहि =
| सामहनि = सम्मुख - १७७, सहि = सहित - ३६, ".....यादि, सामि = स्वामी -- २१४, २८२, सहिउ =, - ४८८, ५४१, सामिउ = स्वामी - ४२५, सहिय = सखिर्या - ६..
सामिरिण = स्वामिनी - ११, सष्टियरण = - ३८, सामिय = स्वामी -- ४, २५,..... प्रादि सहियगई -
सानि = , .. सही = सहन किया -७१, २५३, सामी = , - १५७, ३.४, प्रादि सहु = सब - ६६, ...........आदि,
सामीय = , -5,
साय ,, -- १५७, स्वयंवर - - ५१, सहायर - सागर - २२२, ..... आदि, स्वातिनखतु = स्वाति नक्षत्र - २६, सापरबत - भागरदत्त - ३६४,...", स्वामिनी = - १६, सायरु = सागर - २५१, आदि, स्वामी =
- ४००, मार = चौगड़ - २३३ आदि, सा = बह (स्त्री)- ८६, ८७, ......, सार३ = दूर करना - २१३, साह - स्वामी - १५६,
सारद = शारदा -१४, अादि, साई = ,, -३२४,
मारु -- सम्पन्न - ३६, ६५, १८५, साकल = सांकल (अर्गला)- ३४५, सारंग =
-३८ साखि = साक्षी - ३१४,
सारंगदे = -२७६, सासी = ,, - ३५०,
सावधारा ८
- ४८७, सागर - समुद्र - २५३, ३६४, सामय - श्रावक - ५१६ साचा: =
- ४.७६, सावयह = ,, - ३८, साचा = सच - ३११,
साल =
- ४३३, साजि = सजाकर - १२१,
सावल-उसाजित = 1, - १२१,
सावलदे = सादिदि = बदलना - २०१, साबु = सभी - .. सादि- ६. (पष्ठिः) - १९३, सासइ = संशय - ३६४, साषंदे = प्रानन्दपूर्वक - १६, सासु = श्वशू (राास) - १४६, सात = ७ - ५१५,
सामू = " - १५७, साथि = संग, पास - २५४,
साहउ =
- ४४३, साधरउ = धरा पाय - २३१, साहण = साधन - २६६, सामलो = अच्छी - १०१.
साहणा = सैर - ३८, सामले =
- ४२६.
साहाणु = , - ४४६,४७८,