SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 220
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ एउ एक = एक इ = एक- ३६४ एक्कर एक यह - ३११ - + - ८५, ८६, ३०६ श्रादि एककउ = एक - १०५ एकचित्त एकगु एकतु = कोई एकति = कोई एकनु = कोई केला = 2 ५०५ == कोई - १२९ १२१ ए m - - - - एकल्लउ = अकेला - १५७ एकत्रति = इकलौता २१२ १७८ एकह = एक - १४६ एकहि = एक साथ एकु = एक २१२, ३०२ आदि एग्यारह एगारह = ग्यारह - ३६१ - १३० एठ्ठ इष्ट ५४३ एत्यंतरि = इसके बाद EL MA ४७,७५,२२२ - = इस प्रकार — १२१, १२२ १२१ एत उ इतनी I E E एतहि एतिउ = ऐसा एती मे - ३६६ एते = उसी १४९, ३४४, ४६६ - - 1 ३४६ एभु इस प्रकार - २२३, २६४ एवहि = इस प्रकार - 고 6.61 एवा = इस प्रकार एस ऐसी ३१५ एसड = इस तरह - ७३ 3 १२७, १७६ ४०२ २२८ एहा एही = यहां - २४१ ३६१ = इस - एड्डु = यह एहो = महो - ४०२ ऐसी - २७८ ऐसो = १२४ 1 साउ = इस प्रकार मौ ओंकार = - ६४ श्रीगरण = अवगुण - ३१२ 3 = इस प्रकार ८०, ३३१, ३८२, ५५० क कवित्व - २२ २०० कइतरयु कइन्हु = कवि कइलास = कैलाश कइसइ = किसी प्रकार कइस उ = = कैसा ३६३ कइसे = ऐसे - ४०७ कईस = कवीश कचरण = करेन करपइ = किसी कजरणे = कौन कचनार वृक्ष विशेष - १६६ २१६ -- = कष्ट - -- AAJA कटपाल क ृत्रि कइड = कड़ा कद्राष = कटास 126 — - - - - — कछु = कटक सेना कटकट सेना ४८८ कटखंड ― २६५ - २८ ३ २७८ - काय के टुकड़े - २५६ पौधा विशेष १७४ २२ १४२, २०७, ५२६ ३३०, ४५४ ३१२ ४५५, ४६४ श्रादि १५८ ३८३ १६५ १७७ T —
SR No.090229
Book TitleJindutta Charit
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajsinh Kavivar, Mataprasad Gupta, Kasturchand Kasliwal
PublisherGendilal Shah Jaipur
Publication Year
Total Pages296
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Story
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy