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________________ 650/ जैन समाज का वृहद् इतिहास श्री मूलचन्द बडजाते की कही मूलरमजी नडताते । . विस्मिान है। उनकी सामाजिक सेवाऐं उल्लेखनीय है । नागपुर प्रान्तीय खण्डेलवाल जैन महासभा के वे सक्रिय एवं कर्मठ कार्यकर्ता माने जाते हैं। वर्तमान में वे दिगम्बर जैन बोर्डिंग हाउस वर्धा के मंत्री हैं साथ ही शांति । कुटीर प्राकृतिक चिकित्सालय गोपुरी वर्धा के भी मंत्री हैं। महाराष्ट्र की और भी कितनी ही संस्थाओं से आप जुड़े हुए हैं। बडजात्या जी का जन्म 5 जून सन् 1924 को हुआ । आपके पिताजी श्री गुलाबचन्दजी भी अच्छे समाजसेवी हैं । आपकी माता सुवाबाई का देहान्त हो चुका है। आपका विवाह श्रीमती मुक्ताबाई के साथ 5 जून सन् 1947 हो हुआ। जिनका भी 10 अक्टूबर 75 को स्वर्गवास हो गया | आपके बड़े भाई श्री ताराचंद बड़जाते रायपुर में ही रहते हैं । जिन्होंने सन्मति नगर की स्थापना एवं एक मन्दिर का निर्माण कराया। प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी श्री चिरंजीलाल जो बडजाते वर्धा आपके चाचाजी थे । वे राष्ट्रीय नेता श्री जमनालाल जी बजाज के विश्वसनीय व्यक्ति थे। श्री चिरंजीलाल जी के पूर्वज राजस्थान के ही थे । पत्ता : बड़जाते ट्रस्ट तिलक चौक, वर्धा (महाराष्ट्र) श्री राजकुमार बड़जात्या मद्रास जैन समाज में सक्रिय काम करने वाले श्री राजकुमारजी बड़जात्या युवा समाजसेवी हैं। आप श्रीनिवास जी बड़जात्या एवं इन्द्रमणि देवी जी के सुपुत्र हैं। श्री श्रीनिवास जी बड़जात्या दक्षिण भारत में प्रसिद्ध समाजसेवी माने जाते हैं। राजकुमारजी का जन्म आसोज सुदी 11 सं. 2000 में हुआ । कलकता यूनिवर्सिटी से आपने बी.कॉम, आनर्स किया। सन् 1964 में आपका विवाह श्रीमती कमलादेवी के साथ हुआ जो भंवरलाल जी पहाड़िया नागौर की पुत्री हैं। आप खण्डेलवालजैन समाज के सेक्रेटरी हैं । आर्यिका विजयमती माताजी के चातुर्मास में सहायक रहे थे । आप माताजी के तमिलनाडू में 6 चातुर्मास तथा पांडीचेरी में भी चातुर्मास करा चुके हैं। आपके चार पुत्र एवं तीन पुत्रियाँ हैं। जिनमें ललितकुमार एवं सुनीलकुमार बी.कॉम. हैं । विवाहित हैं । ललित कुमार की पत्नी का नाम नीलम है । सुशील कुमार की पत्नी का नाम प्रिया है । सुनील एवं अनिल दोनों पढ़ रहे हैं । पुत्रियों में सुशीलाबाई का विवाह हो चुका है । संगीता एवं सुनिता अभी पढ़ रही हैं। . राजकुमार जी प्रतिदिन पूजा पाठ करते हैं । स्वाध्याय प्रेमी है। पता : 420, मिन्ट स्ट्रीट मद्रास - 79
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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