SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 615
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 600/ जैन समाज का वृहद् इतिहास सागर जी महाराज विद्यालय,प्रार्थना सभा,ज्ञानसागर कन्या विद्यालय आदि के स्थापना में अपना मलियाहयोग दिया और मालवा के अंचल में बिखरी जैन पुरातन संपदा के संरक्षण के लिए उत्साह से कार्य करने लगे। विश्व जैन मिशन,दि.जैन परिषद् मालवा प्रान्तीय सभा,मक्सी क्षेत्र आदि संस्थाओं के सक्रिय सदस्य बन गये । विजातीय विवाह का खुलकर समर्थन किया । दिगम्बर श्वेताम्बर समाज को एक मंच पर लाने में आपने भरसक प्रयल किया। महावीर जयन्ती को प्रतिवर्ष धूमधाम से मनाने में आप सबसे आगे रहे। LINE उज्जैन जैन समाज के साथ समस्त नगरवासियों ने भी आपको पूर्ण समर्थन दिया तथा वहां अखिल भारतीय स्तर पर देश के उच्च कोटि के वेष्ठियों एवं मनीषियों तथा स्थानीय नागरिकों ने अभिनंदन ग्रंथ भेंट करके आपका सार्वजनिक अभिनंदन किया । पोना संजय सेठी आप पक्के मुनिभक्त हैं । प्रतिवर्ष आचार्यों एवं मुनियों के दर्शनार्थ जाते रहते हैं । जैनचर्या के आप कट्टर पक्षपाती हैं इसलिये आपने एनं आपके पूरे परिवार ने श्रावकोचित क्रियाओं को जीवन का अंग बना रखा है। : आप अच्छे लेखक एवं ओजस्वी वक्ता हैं। किसी भी बात को खुलकर कहते हैं । जैन पत्र-पत्रिकाओं में आपके लेख प्रकाशित होते रहते हैं। इसलिये आपको वाणीभूषण, व्याख्यान वाचस्पति, धर्म दिवाकर, जैन धर्मभूषण जैसी उपाधियों से सम्मानित किया जा चुका है । राष्ट्रीय कांग्रेस के कट्टर समर्थक हैं । वर्तमान में सेठी जी विश्व हिन्दू परिषद जिला शाखा के अध्यक्ष, वस व्यवसायी पारमार्थिक चिकित्सालय के अध्यक्ष, सूर्यसागर दि. जैन विद्यालय एवं कन्या विद्यालय के उपाध्यक्ष,मालवा प्रान्तीय दि. जैन अनाथालय के मंत्री, पुरातत्व संग्रहालय के मंत्री, क्लाथ मर्चेन्ट्स एसोसियेशन के संस्थापक भी हैं। भगवान महावीर 2500 वां निर्वाण महोत्सव,बाहुबली सहस्त्राब्दी समारोह में सक्रिय भाग लिया और अपनी सेवाओं से समाज पर अमिट छाप छोड़ी हुई है। दि.जैन महासमिति एवं अखिल भारतीय दि.जैन परिषद् से सक्रिय रूप से जुड़े हुये हैं। अभी जनवरी 92 में आप अखिल विश्व जैन मिशन के संचालक चने गये है। आपकी धर्मपत्नी शान्त स्वभाव की महिला है तथा सेठी जी का प्रत्येक कार्य में हाथ बंटाती रहती हैं। आपके तीनों पुत्र अत्यधिक विनयी एवं आपकी आज्ञा में चलते हैं। तीनों हो पुत्र व्यापार में सेठी जी के पद चिन्हों पर चलने वाले हैं। आपका जन्म स्थान पादवा (राज) है । जहाँ आपने अपने निजी भवन को अपनी माता एवं बड़े भाई सूंडालाल जी की स्मृति में प्रसूतिग्रह एवं राजकीय चिकित्सालय के लिये भेंट कर दिया है। पता :- 1- सुशील सदन 19 क्षीर सागर कालोनी, उज्जैन (मध्यप्रदेश) 2. सत्यन्धर कुमार सुशील कुमार सेठी 111 विक्रमादित्य मार्केट काजलपुरा,उज्जैन ।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy