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________________ 526/ जैन समाज का वृहद् इतिहास आपका विवाह श्रीमती पतासी देवी के साथ हुआजिनसे आपको तीन पुत्र सर्वश्री शांतिकुमार,विजय एवं अनिल कुमार तथा पांच पुत्रियों सुशोला,प्रेम,तारा,हेमा एवं रेणु के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। सभी पुत्र एवं पुत्रियों का विवाह हो चुका है । श्रीमती पतासी देवी खंडेला नगर की थी। छाबडा जी शांत प्रकृति के हैं तथा जगन्नाथ जैन कालेज की कार्यकारिणी के सदस्य हैं। पता : जीतमल जैन, स्टेशन रोड़,झुमरीतिलैया,हजारीबाग | श्री ज्ञानचंद अजितकुमार विनायक्या श्री ज्ञानचंद विनायक्या श्री स्व.लक्ष्मीनारायणजी के सुपुत्र हैं, जो डाल्टनगंज में म्यूनिसिपल कमिश्नर रहे थे तथा डाल्टनगंज जिला कोर्ट में जूरी के पद से अलंकृत हुये । उनका स्वर्गवास सन् 1983 में 80 वर्ष की आयु में हुआ था लेकिन श्री ज्ञानचंद अजितकुमार को माता का आशीर्वाद प्राप्त है । आपका जन्म दिसम्बर सन् 1937 में हुआ। मैट्रिक तक शिक्षा प्राप्त की और फिर वस व्यवसाय में चले गये । सन् 1953 में आपका विवाह श्रीमती विमला जी से हुआ। आप रांची के मूलचंद जी गोधा की सुपुत्री हैं। आप दोनों चार पुत्र एवं तीन पुत्रियों के पिता हैं । ज्येष्ठ पुत्र प्रकाशचंद बी.ए. है । धर्मपत्नी का नाम इन्द्रा है जो वी.ए. हैं । दूसरा पुव प्रदीपकुमार,तीसरा पुत्र प्रभात कुमार दोनों बी.ए. हैं । चतुर्थ पुत्र राजेश अभी पढ़ रहा है । तीनों पुत्रियों में स्नेहलता का विवाह हो चुका है। नीता एवं रश्मि पढ़ रही है। आपकी माताजी शुद्ध खानपान का नियम पालन करती थी । आपका छोटा भाई अजितकुमार एम.ए. है। 40 वर्षीय युवा है । पत्नी का नाम सुलोचना है । 4 पुत्रियाँ लीनेट,शुचि,लौनाशी एवं लमीना सभी पढ़ रही हैं। आपकी बहिन श्रीमती विमला एम.ए.बी.एड.हैं तथा वर्तमान में डाल्टनगंज में अडल्ट एजूकेशन विभाग में सुपरवाइजर के पद पर कार्य कर रही हैं। वह आपके पास ही रहती है। पता : लक्ष्मीनारायण ज्ञानचंद जैन,इंजीनियरिंग रोड,डाल्टनगंज श्री ज्ञानचंद हरकचंद अजमेरा श्री मिश्रीलाल जी अजमेरा हजारीबाग जैन समाज के वर्षों तक अध्यक्ष रहे। उनके पूर्वज डॉसरोली (राज) से जावद (मालवा) गये । जावद से चौपारन और चौपारन से हजारीबाग आ गये । अजमेरा जी के 7 पुत्र हुये । सबसे बड़े पुत्र ज्ञानचंद जी अजमेरा है। आपका जन्म सन् 1938 में हुआ। रामगढ़ विद्यालय में मैटिक तक शिक्षा प्राप्त की। मई 1955 में आपका विवाह सागरमल जी पांड्या गिरडीह की सुपुत्री तारादेवी के साथ हुआ। जिनसे आपको दो पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आपके बड़े पुत्र श्री प्रदीपकुमार 31 वर्ष के युवा डाक्टर हैं । आपने एम.एस.न्यूयार्क से किया | आपको पली श्रीमती शिल्पी है जो एक पुत्र की मां है। आप विदेशों में जाते ही रहते हैं। दूसरे पुत्र सुनील 30 वर्ष के युवा व्यापारी है । संगीता धर्मपत्नी है जो एक पुत्री की जननी है । तीसरे पुत्र सुशीलकुमार एम.ए. कर चुके हैं। दोनों पुत्रियों सरिता एवं संगीता का विवाह हो चुका
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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