SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 502
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ राजस्थान प्रदेश का जैन समाज /487 गंगवाल साहब मदनगंज सर्राफा संघ के मंत्री एवं अध्यक्ष रह चुके हैं। तीर्थयात्रा प्रेमी है। धार्मिक आयोजनों में आर्थिक सहयोग करते रहते हैं। शुद्ध खानपान का नियम है। मुनि भक्त हैं। मुनिराजों को आहार आदि से सेवा करते रहते हैं। आतिथ्य प्रेमी हैं। लूणवा अतिशय क्षेत्र में भोजन व्यवस्था के स्थायी सदस्य हैं। पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव पर मुनि संघ की सेवा करने का पूरा भार आप पर ही था। आपके पूर्वजों की पीढी निम्न प्रकार है सूरतराम घासीराम चौथमल सूरजमल (1948) स्वरूपचंद, मदनलाल, नरेश चन्द्र (1990) जेठ बुदी 2 बृहस्पतिवार) फाल्गुण सुदी 6 संवत 1984 रविवार जेष्ठ सुदी 6 संवत् 1976 पता :- मदनलाल सुभाषचंद गंगवाल सर्राफ, मदनगंज किशनगढ़ (अजमेर) श्री महेन्द्रकुमार कासलीवाल समाजसेवी श्री महेन्द्रकुमार कासलीवाल का जन्म सन् 1934 में हुआ था। आपके पिता श्री मोहनलाल जी कासलीवाल का 16 वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो चुका है । माताजी श्रीमती बसंती बाई का अभी आशीर्वाद प्राप्त हैं। मैट्रिक पास करने के पञ्चात् आपने आढत का थोक का कार्य प्रारंभ कर दिया और उसमें अच्छी सफलता प्राप्त की । संवत् 20011 में आपका विवाह बुद्धिमति के साथ संपन्न हुआ । आप दोनों को दो पुत्र एवं दो पुत्रियों के माता पिता बनने का सौभाग्य मिला। मनोजकुमार ने एम.ए. पास किया। विवाहित है। पत्नी का नाम उषा है जो एक बेबी की मम्मी हैं। छोटे पुत्र शैलेश ने बी. कॉम. कर लिया है। श्री महेन्द्रकुमार जी श्री छोगालाल मोतीलाल के परिवार में से हैं जो अपने समय के काटन किंग थे। जिनका पंचायती मंदिर के पंचकल्याणक महोत्सव पर आते समय धडा में ट्रेन से एक्सीडेन्ट होने से निधन हो गया। सारे देश में आपकी ख्याति थो । श्री कासलीवाल जी दि. जैन पंचायत के पंच रहे थे। मारवाड़ी दि. जैन पंचायत के आप अध्यक्ष हैं इसके पूर्व आपके पिताजी साहब अध्यक्ष थे। पूरा परिवार मुनिभक्त है। माताजी के शुद्ध खानपान का नियम है। आपके छोटे भाई नरेन्द्र कुमार 50 वर्ष के हैं । विवाहित हैं। दो पुत्र एवं एक पुत्री के पिता हैं। बड़े लड़के शरद कासलीवाल एण्ड कम्पनी में कार्य करते हैं। पता : महेन्द्र एण्ड कम्पनी, अपसेन बाजार, ब्यावर
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy