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________________ 478/ जैन समाज का बृहद् इतिहास मुनिसुव्रतनाथ पंचकल्याणक महोत्सव में रसद विभाग में मंत्री रहे । धर्मसागर विद्यालय के अध्यक्ष है । के डी.जैन विद्यालय के स्थायी सदस्य, वस्त्र व्यापार संघ के अध्यक्ष एवं दि. जैन बीस पंथ पंचायत के उपाध्यक्ष हैं । कट्टर मुनिभक्त हैं। शुद्ध खानपान का नियम है। मुनिराजों की सेवा करने में सबसे आगे रहने वाले सज्जन हैं। सामाजिक सेवा में रुचि लेते हैं। पता • केशरीमल चम्पालाल पाटनी ,वस्त्र विक्रेता पदनगंज किशनगढ़ (अजमेर) श्री चांदमल बज देशी औषधियों के विक्रेता श्री चांदमल जी बज समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं । आपका म जन्म पौष सुदी 6 संवत् 1970 को हुआ । सामान्य शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आप आयुर्वेदिक - व्यवसाय में चले गये । संवत 1995 में आपका विवाह मोहन देवी के साथ संपन्न हुआ जिनका अभी 10 वर्ष पूर्व देहान्त हो चुका है । आपके पिताजी श्री राजमल जी बज एवं माताजी एजनबाई का काफी समय पूर्व स्वर्गवास हो गया था। बज साहब शान्त प्रकृति के सज्जन हैं । आप दूनी में महावीर निकेतन का निर्माण करा - चुके हैं तथा केकड़ी अस्पताल में एक कमरे के निर्माण का यशस्वी कार्य किया है। पता- राजमल चांदमल बज देशी दवाईयों के विक्रेता लक्ष्मीगंज, केकड़ो श्री छीतरमल दोशी सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहने वाले श्री छीतरमल जी दोशी का जन्म जेठ बुदी 4 संवत् 1969 को हुआ था । सामान्य शिक्षा मारवाड़ी महाजनी पढ़ कर आप कार्य क्षेत्र में उत्तर गये तथा आदत का कार्य करने लगे । आपके पिता श्री फतेहलाल दोशी एवं माता श्रीमती सुन्दर बाई का आपको मार्गदर्शन मिला । आपके दो भाई मदनलाल एवं ताराचंद हैं । आपकी धर्मपत्नी अनोपदेवी धर्मपरायण महिला हैं। आप दो पुत्रों नोरतनमल एवं माणकचंद दोशी के यशस्वी पिता हैं। आपकी प्रारंभ से ही धार्मिक प्रवृति रही है तथा मंदिर सरावगी मोहल्ला में सर्वधातु की सफेद सिलवर की शांतिनाथ स्वामी की प्रतिमा विराजमान की है। नया धड़ा पंचायत की नशियां जी में जैन भवन का निर्माण कार्य अपने स्वयं की देखरेख में करवाया है। अजमेर समाज के वयोवृद्ध सज्जन हैं । समाज सेवा की प्रेरणा देते रहते हैं। पता- दोशी धवन, सरावगी मोहल्ला, अजमेर ।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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