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________________ 442 / जैन समाज का वृहद् इतिहास | श्री में व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं। तीन पुत्रियां प्रतिभा, शुभलक्ष्मी, पदमश्री एवं एक पुत्र पार्श्वकुमार के पिता हैं। प्रतिभा एम.ए. राजमल जी स्वाध्यायशील युवक हैं। शांत स्वभावी एवं पूजा पाठ में विश्वास करने वाले व्यक्ति हैं । 2- श्री धर्मचंद जी राजमल जी के बड़े भाई हैं। नलबाड़ी में व्यवसाय है। एक पुत्र एवं पांच पुत्रियों के पिता हैं। 3 श्री सुन्दरलाल जी आपके बड़े भाई हैं। गोहाटी में व्यवसायरत हैं। 3 पुत्र एवं 3 पुत्रियों के पिता हैं। ज्येष्ठ पुत्र विमलकुमार बी. कॉम. में विश्वविद्यालय से प्रथम पोजीशन प्राप्त की है। राजीव ने इन्टरमीजियेट में आसाम यूनिवर्सिटी में प्रथम स्थान प्राप्त किया। संजय अध्ययन कर रहा है। 4- आपके छोटे भाई सुमेरकुमार का गोहाटी में व्यवसाय है। तीन पुत्र एवं एक पुत्री के पिता हैं । पता - सूरजमल धर्मचंद छाबड़ा, छाबड़ों का मुहल्ला, घाटी कुआ, कुचामन सिटी । श्री सुरेशचन्द बड़जात्या जी नागौर निवासी श्री सुरेशचन्द बड़जात्या का जन्म दि. 13 सितम्बर सन् 1949 हुआ। आपके पिताजी श्री जेठमल बड़जात्या एवं माताजी श्रीमती पतासी देवी दोनों का स्वर्गवास हो चुका है। सन् 1968 में जोधपुर विश्वविद्यालय से बी.ए. किया और फिर सप्लाई का कार्य करने लगे। सन् 1971 दिनांक 11 मई को आपका विवाह श्रीमती सुशीला देवी के साथ संपन्न हुआ। जिनसे आपको देवेन्द्र, सौरभ, गौरव एवं निलेश जैन चार पुत्रों की प्राप्ति हुई । बड़जात्या शान्तिप्रिय व्यक्ति हैं । समाजसेवा में रुचि लेते हैं। पता : जेठमल मिलापचन्द बड़जात्या, गिनानी गली, नागौर (राजस्थान) श्री सोहनलाल पहाड़िया कुचामन शहर के बयोवृद्ध समाजसेवी श्री सोहनलाल पहाडिया 80 को पार करने वाले हैं। आपकी धर्मपत्नी श्रीमती सुबाबाई भी 75 के करीब है। आपके पिता का नाम श्री सुगनचंद जी एवं माता का नाम सरदारबाई था। आपके कपड़े का व्यवसाय है । सामाजिक कार्यों में तीव्र उत्कंठा रहती है। कुचामन पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव पर आपने इन्द्र के पद को सुशोभित किया तथा हेलीकाप्टर से भगवान पर पुष्पों की वर्षा की। अजमेरी मंदिर में एक धातु की प्रतिमा विराजमान करने का यशस्वी कार्य किया । शुद्ध खानपान का नियम है। मुनियों की सेवा करने में व्यस्त रहते हैं। प्रतिदिन पूजा अभिषेक करते हैं। आपको सात पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हैं। सभी पुत्र उच्च शिक्षित हैं जिनका सामान्य परिचय निम्न प्रकार है - सात पुत्र 1. गोपालचन्द्र - जन्मतिथि आसोज सुदी 15 संवत् 1991 शिक्षा -मैट्रिक, विवाह - सन् 1952, पत्नी का नाम-रूपकान्ता, संतान 2 पुत्रियां, व्यवसाय- जैना सीमेन्ट उद्योग कुचामनसिटी, कुचामन में कपड़े का व्यवसाय ।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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