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________________ 418/ जैन समाज का नहर इतिहास 49. 'श्री सोहनलाल पहाड़िया,कुचामन 50. श्री मोहनसिंह कानूनगो,नागौर 51. श्री मोहनलाल सौगानी, सुजानगढ 52. श्री स्वरूपचन्द पांड्या, कुचामन 53. श्री श्रीपाल पहाड़िया,कुचामन 54. श्री श्रीपाल सेठी,लाडनूं 55. श्री हनुमान बक्स गंगवाल,कुली S6. श्री हीरालाल काला श्री कज्जूलाल पहाड़िया पांचवा के वयोवृद्ध समाजसेवी श्री कज्यूलाल पहाड़िया का जन्म श्रावण बुदी 13 संवत् 1976 को हुआ। पं.चैनसुखदास जी न्यायतीर्थ के पास धार्मिक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आप अपने गांव में निजी कार्य करने लगे। 12 वर्ष की आयु में ही आपका विवाह श्रीमती मनोहर देवी से हो गया। जिनसे आपको 2 पुत्र ताराचंद एवं शिखरचंद व दो पुत्रियों शांतिबाई एवं मैनाबाई के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हुअर | श्री ताराचंद जी बेबई एवं शिखरचंद जी जयपुर में व्यवसायरत हैं। पहाड़िया जी को पंचकल्याणक प्रतिष्ठाओं में बहुत रुचि रहती है। जब वे आठ वर्ष के थे तभी से वे इन प्रतिष्ठाओं में अपने माता-पिता के साथ जाने लगे। संवत 2043 तक आयोजित 88 पंचकल्याणक प्रतिष्ठाओं में भाग ले चुके हैं। आप वर्तमान में सन्मति औपधालय के अध्याक्ष हैं । मंदिर की देखरेख करते रहते हैं। पांचवा की सभी संस्थाओं से आप जुड़े हुये हैं। श्री पहाडिया जी ने अपने गोत्र का इतिहास तैयार कर रखा है जो निम्न प्रकार है : गोत्र - पहाडिया - क्षेत्रीय कुल चौहान • कुलदेवी • चक्रेश्वरी माता मूल माम • पहाड़ी,ठाकुर जेतसिंह ने मुनिराज श्री जिनसेनाचार्य द्वारा श्रावक व्रत पहण किया। वे लोग सवंत् 101 से 401 तक पहाडी गांव में रहे । 402 में पहाड़ी ग्राम से खोआ आये तथा वहां संवत् 193 तक रहे । मंवत् 174 में फिर खोआ से रवासा आये और वहां 1375 तक रहते रहे । फिर संवत् 1376 में रेवासा से हर्ष आये वहां 1581 तक रहे । संवत् 1582 से हर्ष से ठेठ गांव आये। और वहां 1733 तक रहते रहे | फिर अंत में ठेठ से पांचवा संवत 1734 में आ गये और तब से वहीं रह रहे हैं। पता : सुवालाल कज्जूलाल पहाडिया,पांचवा (नागौर) श्री कन्हैयालाल सेठी राजनीति एवं समाजनीति दोनों में समान आधकार रखने वाले लाडनूं के श्री कन्हैयालाल जी सेठी विशाल व्यक्तित्व के धनी हैं । सीधे सादे भेप में रहने वाले सेठी जी लाडनूं नगरपालिका के सन् 1964 से 67 तक तथा 1982 से 86 तक अध्यक्ष रहने का गौरव प्राप्त कर चुके हैं । इसके अतिरिक्त लाडनूं नगर कांग्रेस के भी तीन वर्ष तक अध्यक्ष रहकर राजनीति को भी जीवन का अंग बना चुके हैं। जिला विकास समिति के सदस्य रहे तथा महावीर हायर सैकण्डरी स्कूल के भी पांच वर्ष तक अध्यक्ष रहने का गौरव प्राप्त कर चुके हैं।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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