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________________ राजस्थान प्रदेश का जैन समाज / 399 हैं तो डी.पी. कोठारी अपने इन्जीनियरिंग संबंधी ज्ञान से सबको प्रभावित कर लेते हैं। व्यवहार में एकदम स्वच्छ एवं नियत में साफ, उनकी पहिचान बन गई है। श्री डी.पी. कोठारी में सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने की रुचि अवश्य है लेकिन वह अभी तक विकसित नहीं हो पाई है लेकिन इस कमी को आपकी पत्नी मंजुला कर देती है। वैसे श्रीमती मंजुला जी गृह संचालन में दक्ष हैं। आतिथ्य प्रेमी हैं । पता : 30-31 कोठारी भवन, नई धानमंडी, कोटा।' श्री नेमीचंद चांदवाड़ झालरापाटन के प्रसिद्ध समाजसेवी श्री नेमीचंद चांदवाड़ सुपुत्र श्री प्रेमसुख जी चांदवाड़ का जन्म कार्तिक बुदी 13 संवत् 1979 को हुआ। श्री प्रेमसुख जी का निधन 52 वर्ष की आयु में हो गया। आपकी माताजी की आयु 98 वर्ष की है। मिडिल कक्षा तक अध्ययन करने के पश्चात् आप वस्त्र एवं किराणा व्यवसाय में चले गये। 20 वर्ष की अवस्था में आपका विवाह श्रीमती सुन्दर बाई के साथ हो गया । जिनसे आपको चार पुत्र एवं पुत्री की प्राप्ति हुई । श्री चांदवाड़ का बहुत ही धार्मिक जीवन है । प्रतिदिन पूजा प्रक्षाल का नियम है। विगत 35 वर्षों से शुद्ध खानपान का नियम लिये हुये हैं। कट्टर मुनिभक्त एवं समाजसेवी हैं। रामगंजमंडी के शांतिनाथ स्वामी के मंदिर के पंचकल्याणक महोत्सव पर इन्द्र बनने का सौभाग्य प्राप्त कर चुके हैं। शांतिवीर नगर श्री महावीर जी में वेदी निर्माण करवाकर सुपार्श्वनाथ स्वामी की श्याम पाषाण की मूर्ति विराजमान कर चुके हैं। झालरापाटन की नई नशियाँ में, जयपुर के स्टेशन के मंदिर में मूर्ति विराजमान की है। प्रसिद्ध शांतिनाथ स्वामी के मंदिर में चांदी की मूर्ति विराजमान करने का श्रेय प्राप्त किया। पाटन के नगरपालिका के चार वर्ष तक (1951-52) चैयरमैन रह चुके हैं। कपड़ा एसोसियेशन झालरापाटन के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। शांतिनाथ स्वामी के मंदिर के वर्षों से मंत्री हैं। महासभा के सदस्य हैं। आपके ज्येष्ठ पुत्र श्री गजेन्द्र कुमार जी 44 वर्ष के हैं। पत्नी का नाम सुशीलादेवी है। तीन पुत्र एवं एक पुत्री के पिता हैं। कालवा देवी बम्बई में व्यवसाय करते हैं। द्वितीय पुत्र श्री पदम कुमार जी 41 वर्षीय हैं। एक पुत्र एवं एक पुत्री के पिता है। जयपुर चांदपोल मंडी में दुकान है। तीसरे 40 वर्षीय हैं इनका नाम राजकुमार जी है जो कि कानपुर में व्यवसायरत हैं । चतुर्थ पुत्रं श्री विमलकुमार जी हैं एक पुत्र एवं दो पुत्रियों के पिता है। पता :- बजाज खाना, झालरापाटन । श्री नेमीचन्द रांवका विका जी रामजमण्डी के वयोवृद्ध सज्जन हैं। आपका जन्म माह बुदी 11 संवत् 1965 दि. 18 जनवरी 1909 को हुआ। आपके माता-पिता का नाम श्री केसरीमलजी व श्रीमती भंवरबाई है। फर्म का नाम सेठ नाथूराम बागजी हैं। आपने अष्टम् तक शिक्षा प्राप्त की और फिर व्यवसाय करने लगे । आपका विवाह संवत् 1980 में हुआ। आपकी धर्मपत्नी श्रीमती
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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