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________________ 350/ जैन समाज का वृहद् इतिहास AX आपका जन्म संवत् 1984 में हुआ। आपके पिताजी श्री कस्तूरचंद जी कासलीवाल का 28 वर्ष की आयु में ही देहान्त हो गया था। आपकी माताजी 80 वर्ष की है। मिडिल कक्षा तक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आप खेती लेनदेन एवं अन्य व्यवसाय करने लगे। आपका दूसरा विवाह 1.5 फरवरी 64 को पुष्पादेवी के साथ संपन्न हुआ। जिनसे आपको दो पुत्र राजेन्द्र कुमार एवं महेन्द्र कुमार एवं एक पुत्री इंदिरा की प्राप्ति हुई। तीनों ही पढ़ रहे हैं। श्री कासलीवाल जी सामाजिक एवं राजनैतिक दोनों क्षेत्रों में बसवर गतिशील रहते हैं। पता :- मु.पो. दणाऊकला (तहसील बस्सी) जयपुर श्री मिलापचंद काला चंदलाई मान के निवासी श्री मिलापचंद को काला का जन्म भादपी बुदो संवत् 1982 को हुआ । आपके पिताजी श्री पांचूलाल जी एवं माताजी श्रीमती भंवरदेवी दोनों का ही स्वर्गवास हो चुका है । मृत्यु के समय पिताजी 80 वर्ष के एवं माताजी 75 वर्ष की थी । आपने मिडिल तक शिक्षा प्राप्त की और संवत् 1996 में श्रीमती भंवरदेवी के साथ विवाह सूत्र में बंध । गये। आपके दो पुत्र श्री राकेश एवं सुखानन्द हैं । राकेश जी वाटर वर्क्स में कार्य करते हैं। काला जी के तीन पुत्रियाँ , झान देवी,छव्वादेवी एवं रूपा देवी हैं तथा तीनों का ही विवाह हो चुका है । आप पी.डब्ल्यू. डी.की ठेकेदारी का कार्य करते हैं । आपने थली चाकसू के मंदिर के जीर्णोद्धार में आर्थिक सहयोग दिया है। काला जी चंदलाई प्राम पंचायत के उपसरपंच एवं सदस्य रह चुके हैं। काँग्रेस के निष्ठावान सदस्य हैं तथा गांव के हायर सैकण्डरी स्कूल एवं प्राम समिति के अध्यक्ष हैं । चंदलाई जैन मंदिर कमेटी के सदस्य हैं। आपके एवं आपकी धर्मपत्नी के शुद्ध खानपान का नियम है । वत उपवास बहुत करते हैं। दशलक्षण, अष्टान्हिका, पोडशकारण के उपदास कर चुके हैं । मुनि भक्त हैं तथा मुनियों को आहार देने में रुचि रखते हैं। पता:- मु.पो.चंदलाई (चाकसू ) जयपुर। श्री मूलचंद बड़जात्या कामदार कामदार के उपनाम से प्रसिद्ध श्री मूलचंद जी बड़जात्या की जोबनेर ग्राम में एवं समाज में अच्छी प्रसिद्धि है। इनके पूर्वज एवं पिताजी जोबनेर के जागीरदार पानासोयम के कामदार थे। जब तक जागीरें रही तब तक इस ठिकाने की रियासत में होने वाले विवाह अवसरों एवं मृत्यु समय पगड़ी के दस्तूर के बाद, ठाकुर साहब के समान ही सब इनके घर पर राम राम करने आते थे । यह अधिकार ठिकाने की तरफ से पीढ़ी दर पीढी के लिये दिया गया था। भादवा सुदी ४ संवत् 1978 को आपका जन्म हुआ। आपके पिताजी श्री जवाहर मल जी का एवं माताजी श्रीमती मगनी बाई का बहुत पहिले स्वर्गवास हो चुका है । आपने सामान्य शिक्षा प्राप्त को और फिर वस्त्र व्यवसाय एवं बैंकर्स का कार्य आरम्भ कर दिया जिसमें उन्हें अच्छी सफलता मिली।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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