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________________ 322/ जैन समाज का वृहद इतिहास श्रीमती शशिकला धर्मवली श्री सुरेन्द्र कुमार जैन श्रीमती शशि जैन एम.ए. हैं तथा प्रस्तुत इतिहास लेखक की द्वितीय पुत्री हैं। श्री जैन को चार पुत्रों- अमित जैन, अंकुर जैन, सौरभ जैन एवं गौरव जैन के पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त हो चुका है। आपका समाज सेवा एवं धार्मिक जीवन व्यतीत करने की ओर विशेष झुकाव है। प्रतिवर्ष जयपुर से महावीर जी, जयपुर से पदमपुरा की पदयात्रा करते हैं। प्रत्येक महिने में मालपुरा के आदिनाथ स्वामी के दर्शनार्थ जाने का नियम बना रखा है। श्रीमती शशि जैन महिला जागृति संघ की वरिष्ठ सदस्या हैं तथा संगीत समारोहों में विशेष रुचि रखती हैं। पत्रों खबर से ही समाज को विशेष आशायें हैं । हैं पता : 525, महाबीर नगर, टाँक रोड, जयपुर श्री सूरजमल वैद वीर सेवक मंडल के विगत 30 वर्षों से निर्विरोध सेक्रेटरी एवं अध्यक्ष रहने वाले श्री सूरजमल जी वैद जयपुर जैन समाज के प्रतिष्ठित सदस्य हैं। स्वभाव से सरल, दयाशील, यश एवं ख्याति से दूर रहने वाले, जिन भक्त, समाज सेवी वैदजी विशाल व्यक्तित्व के धनी हैं। श्री महावीर दि.जैन अ.क्षेत्र कमेटी के वर्तमान में सदस्य हैं। चूलगिरी अतिशय क्षेत्र के 8 वर्ष तक मंत्री का कार्य कर चुके हैं। बाल शिक्षा मंदिर के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। श्री दि. जैन संस्कृत महाविद्यालय की शिक्षासमिति के मंत्री रह चुके हैं। दि. जैन औषधालय की कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं। दि. जैन मंदिर खिन्दूकान के पांच वर्ष तक अध्यक्ष रहे । खानियाँ की संधी जी की नशियों के कोषाध्यक्ष, मंत्री एवं वर्तमान में अध्यक्ष हैं। पहिले जैन संघ के शाखा संचालक रहे हैं। श्री सुरेन्द्र कुमार बैद a 1 आपका जन्म 2 अक्टूबर, 1914 को हुआ। आपके पिताजी श्री छिगनलाल जी का सन् 1932 में एवं माताजी कस्तूरदेवी का सन् 1947 में स्वर्गवास हुआ। आपका मूल निवास तूंगा ग्राम है जो जयपुर से 38 कि.मी. है । आपने बी.एस.सी. एवं एल.एल.बी. की परीक्षा पास की तथा राज्य सेवा में चले गये । आप अन्त में सहायक सचिव के पद से निवर्तमान हुये। आपने राजस्थान के राज्यपाल गुरुमुख निहालसिंह, संपूर्णानन्द जी एवं सरदार हुकमसिंह के पास कार्य किया डॉ. सम्पूर्णानन्द जी की आप पर विशेष कृपा रही । ' आपके दो विवाह हुये। पहली पत्नी अक्टूबर 42 में तीन पुत्र एवं एक पुत्री को जन्म देकर चल बसी । दूसरा विवाह श्रीमती रतनदेवी के साथ सन् 1943 में हुआ जिसे तीन पुत्र एवं 2 पुत्रियों की माँ बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आपके सभी पुत्रों का विवाह हो चुका है तथा अपने अपने व्यवसाय में लगे हुये हैं। आपके एक पुत्र श्री सुरेन्द्र कुमार वैद वीर सेवक मंडल के वर्षो से मंत्री हैं । पता :- 58, वसुंधरा कॉलोनी, टोंक रोड, जयपुर
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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