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________________ 270/ जैन समाज का बृहद् इतिहास नेत्र चिकित्सक है। उनकी पत्नी डा. पुष्पा जैन भी वरिष्ठ महिला चिकित्सक है । दूसरे पुत्र राजेशकुमार बैंक सेवा में अधिकारी हैं। तीसरे पुत्र अशोक कुमार भी बैंक सेवा में अधिकारी हैं । चतुर्थ पुत्र सुभाष कासलीवाल जयपुर शेयर कारपोरेशन के अध्यक्ष रह चुके हैं तथा पांचवे पुत्र श्री राजीव जवाहरात का कार्य करते हैं । तीन पुत्रियों में सभी का विवाह हो चुका है। वैद्य प्रभुदयाल लेखक के छोटे भाई हैं । चिकित्सा के अतिरिक्त आप अच्छे लेखक एवं चिन्तक है। अब तक आत्म विनिश्चय, समयसार प्रकाश,प्रवचन सार प्रकाश,पंचास्तिकाय प्रकाश,आत्मानुशीलन एवं श्रावक धर्म छह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं । सभी पुस्तकों का समाज में अच्छा स्वागत हुआ है । आप अच्छे व्याख्याता है तथा धार्मिक सभाओं में प्रवचन करते रहते हैं । हस्तरेखा विशारद हैं। ज्योतिष शास्त्र में आपकी अच्छी गति है । समाज सेवा में भी आपकी गहरी रुचि है। दि.जैन औषधालय के उपाध्यक्ष एवं रसायन शाला के मंत्री रह चुके हैं । दि. जैन संस्कृत महाविद्यालय,ज्ञान विद्यालय,राज. जैन साहित्य परिषद् की कार्यकारिणी सदस्य हैं । आप कवितायें खूब लिखा करते हैं । वीरवाणी आदि पत्रों में आपके लेख एवं कवितायें प्रकाशित होती रहती हैं। सेमिनारों में भाग लेते रहते हैं। पं.चैनसुखदास जी न्यायतीर्थ के प्रमुख शिष्यों में से एक हैं। वर्तमान में आप चिन्तन एवं लेखन में ही लगे रहते हैं। पता : ए-28, जनता कालोनी,जयपुर। श्री प्रभुलाल काला नागौर जिले के कुचामन सिटी में दि.14-1-1927 को जन्मे श्री प्रभुलाल काला का नाम सिनेमा व्यवसाय में अच्छा रहा । आपके पिताजी श्री किशनलाल जी काला को सन् 1978 में और माताजी श्रीमती चन्दनी देवी का निधन सन् 1979 में हो गया । आपकी पत्नी श्रीमती स्नेहप्रभा एम.ए. हैं जो अच्छी विदुषी एवं लेखिका हैं । आपका एक मात्र पुत्र डा.सुभाष काला एम डी. है तथा संतोकबा दुर्लभ जी अस्पताल में कार्यरत है । डा.सुभाष की पत्नी श्रीमती प्रेम काला भी एम.बी.बी.एस. डाक्टर है तथा निजी प्रेक्टिस करती है । डा. श्रीमती प्रेम काला इन्दौर के हीरालाल गंगवाल की सुपुत्री हैं। काला जी स्वभाव से सीधे - सादे एवं व्यवहारकुशल थे । ये चुपचाप कार्य करने में विश्वास करते थे। जयपुर चैम्बर आफ कामर्स की कार्यकारिणी के सदस्य थे। प्रारंभ से ही सिनेमा व्यवसाय में रहे तथा अन्त तक राजश्री पिक्चर्स जयपुर के निदेशक के पद पर कार्यरत रहे । पता : बी 161 ए आदर्श नगर,फतेह टीबा,जयपुर । श्री प्रभुदयाल गंगवाल जन्म तिथि - मंगसिर सुदी 10 संवत् 1988 शिक्षा-सामान्य आपके पिताश्री कन्हैयालाल जी का 22 जनवरी सन् 1986 को स्वर्गवास हुआ था। उसके कुछ दिनों पञ्चात ही मातश्री किशनादेवी का 25 फरवरी 86 को स्वर्गवास हो गया । आपका विवाह संवत् 2006 में मंगसिर सुदी 10 को श्रीमती तारादेवी के साथ संपन्न हुआ। जो श्री मूलचंद जी लुहाडिया फिरोजपुर (पंजाब) को सुपुत्री हैं । आपके तीन पुत्र एवं एक पुत्री AM
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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