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142/ जैन समाज का वृहद इतिहास
माता-पिता : श्री मदनलाल जी गंगवाल 77 वर्ष-धर्म ध्यान में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। भाताजी श्रीमती घेवरी देवी आयु - 70 वर्ष।
विवाह : जून 1957 में गिनियादेवी के साथ विवाह संपन्न हुआ। दोनों ही डेह निवासी हैं। व्यवसाय : टायर ट्यूब के विक्रेता
संतान : आपके चार पुत्र एवं एक पुत्री हैं। ज्येष्ठ पुत्र विजयकुमार 30 वर्ष के हैं। धर्मपत्नी का नाम संतोष देवी है जो श्री निर्मल कुमार जी सेठी अध्यक्ष महासभा की बहिन हैं । द्वितीय पुत्र नवरल जैन हैं जिनकी आयु 26 वर्ष की है । पली का नाम सुमित्रा है । तीसरे एवं चतुर्थ पुत्र श्री सुनील कुमार एवं नवीन कुमार पढ़ रहे हैं। आपकी एकमात्र पुत्री अनिता अभी पढ़ रही है।
विशेष : गंगवाल साहब बहुत ही सरल एवं आतिध्य प्रेमी हैं । लेखक को उनके यहां करीब 15 दिन तक रहने का सौभाग्य मिला था । पूरे परिवार से ही अत्यधिक स्नेह मिला । जो सदैव स्मरणीय रहगा।
नागौर के पंचकल्याणक में आपके पिताजी एवं माताजी को इन्कइन्द्राणी पद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला था। आपने स्वयं ने मूडबिद्री में प्रतिमा स्थापित करने में पूरा आर्थिक सहयोग दिया। यात्रा प्रेमी हैं । दिगम्बर जैन समाज डीमापुर के प्रमुख एवं गणमान्य व्यक्ति हैं। पूरे परिवार में एक दूसरे के प्रति अत्यधिक प्रेम एवं आदर के भाव है। आपकी पत्नी श्रीमती गिनिया देवी पूरे परिवार को अपने स्नेह एवं प्यार से अनुशासन में रखती हैं।
पता : जैन टायर्स,डीमापुर (नागालैण्ड)
श्री धर्मचन्द झांझरी
जन्मतिथि : संवत् 1999 का वैशाख मास शिक्षा : मिडिल कक्षा तक तथा मनीपुरी,नगामी,नेपाली, अंग्रेजी का सामान्य ज्ञान पिताजी : श्री छिगनलाल जी झांझरी 63 वर्ष की आयु में 10 वर्ष पूर्व स्वर्गवासी हुये । माताजी : श्रीमती बसन्ती देवी जैन की आयु 73 वर्ष है। विवाह : संवत् 2016 में श्रीमती सन्तरा देवी से आपका विवाह हुआ। संतान : दो पुत्र - संजय कुमार (23 वर्ष,संदीप कुमार 14 वर्ष-दोनों पड़ रहे है।)
तथा चार पुत्रियां हैं।
व्यवसाय : बस व्यवसाय