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________________ पूर्वांचल प्रदेश का जैन समाज/139 का निर्माण करवाकर उसे नगर को समर्पित करने में यशस्वी कार्य किया था। यहां के जैन मन्दिर के निर्माण में भी उनका पूरा योग रहा। ___ आपके पूर्वज श्री जयसुख लाल जी बेरी से करीब 100 वर्ष पूर्व यहां आकर व्यवसाय करने लगे थे। पहले आधा इम्फाल पाटनी परिवार का कहलाता था । नगर में उनका पूरा सम्मान था । पहले आपकी फर्म का नाम गणेशलाल प्रेमसुख था। प्रेमसुख जी का जन्म बेरी में हुआ था । वर्तमान में आपके वहां मकान हैं। प्रेमसुख जी ने तीन विवाह किये थे। तीसरा विवाह करीब 40 वर्ष पूर्व किया । पहली पली श्रीमती मोहनदेवी से स्व. गुलाबचन्द 'झो पाटनी,स्व.लालचन्द जी पाटनी एवं झूपरमल जी पाटनी हुये। दूसरी पत्नी से स्व.दीपचन्द जी पाटनी हुये। पता : प्रेमसुख ज्ञानचन्द पाटनी,पावना बाजार, इम्फाल (मणिपुर) श्री ज्ञानप्रकाश टोंग्या जैन जन्मतिथि: 15 जून सन् 1949 शिक्षा : 1. बी कॉम.(आनर्स) राज.विश्वविद्यालय से । सन् 1968 में प्रथम स्थान प्राप्त किया। 2. कम्पनी सेक्रे गी हन्टर भीजियेट) सन् 1976 । 3. चार्टर्ड एकाउन्टेन्ट - 1971 मेरिट लिस्ट में स्थान प्राप्त किया था। पिता : श्री सूरजमल जी टोंग्या.माता - श्रीमती नारंगी देवी। परिवार : भाई . श्री चन्द्रप्रकाश दोग्या.पत्नी - श्रीमती प्रेमलता। विवाह : श्री प्रकाशचन्द जी जैन, आई.ए.एस. जयपुर की सुपुत्री श्रीमती प्रभा के साथ सम्पन्न हुआ। सन्तान : पुत्री - स्वाति एवं शिल्पा,पुत्र - सौरभ, भतीजी - रीना । विशेष : श्री टोंग्या जी सन् 1971 से कार्यरत हैं। सर्वप्रथम राजस्थान स्पीनिंग एण्ड वीविंग मिल लि. देहली में वित्त अधिकारी एवं कानून परामर्शक रहे । 1. सन् 1974 में मोहन स्टील्स लि.कानपुर में काम किया। 2. फिर 1974-76 तक जे.के. प्लास्टिक प्रोडक्ट्स लि., कानपुर में कम्पनी सेक्रेट्री रहे । 3. सन् 1976-84 तक वुड क्राफ्ट्स प्रोडक्ट्स लि.में मैनेजर के रूप में कार्य किया। 4. सन् 1984-87 तक कुड़ा क्राफ्ट प्रोडक्ट्स लि. में प्रबन्ध संचालक के पद पर कार्य किया। 5. सन् 1987 से रिलाइबिल प्रोडक्ट्स प्राइवेट लि.में डाइरेक्टर के पद पर एवं वर्तमान में स्वयं स्वतन्त्र रूप से ऑडट वर्क करते हैं।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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