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________________ पूर्वाचल प्रदेश का जैन समाज /91 श्री कपूरचन्द सेठी 25 अगस्त, 1952 को जन्में श्री कपूरचन्द सेठी स्व. श्री नेमीचन्द जी सेठी के तीसरे पुत्र है जो छपडा (राज.) के मूल निवासी थे। श्री नेमीचन्द जी सेठी डीमापुर नगर के प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय व्यक्तित्व के धनी थे। वे उदार एवं धार्मिक प्रवृत्ति वाले सदगृस्थ थे । उनका अभी चार वर्ष पूर्व ही 16.05.87 स्वर्गवास हो गया। उनकी आयु उस समय 87 वर्ष की थी उनकी धर्मपत्नी फुलीदेवी आतिथ्य प्रेमी हैं। लेखक को भी उनको घर जाने का अवसर मिला और उनका आतिथ्य एवं स्नेह पाकर अत्यधिक प्रसन्नता हुई। डीमापुर पंचकल्याणक में आप दोनों इन्द्र इन्द्राणी पद से सुशोभित हुये थे। साथ ही में मन्दिर में प्रतिमा प्रतिष्ठित करवाकर विराजमान की थी। सन् 1976 में जब इन्दुमति माताजी का संघ डीमापुर आया तो वे संघ के संघपति थे । उन्होंने सभी तीर्थयात्रायें भी सम्पन्न की थी। आप दोनों के शुद्ध खान-पान का नियम था तथा साधुओं की सेवा करने में आनन्द का अनुभव करते थे । श्री कपूरचन्द ने नेहू विश्वविद्यालय से बी.ए. किया था तथा नगामी, असमिया भाषाओं का भी अध्ययन किया। श्रीमती ज्ञानादेवी के साथ दि. 11 दिसम्बर 1976 को आपका विवाह सम्पन्न हुआ। आप दोनों को दो पुत्र एवं दो पुत्रियों के माता-पिता बनने का सौभाग्य प्राप्त है। आकाश एवं साकेत 5 वर्ष एवं 3 वर्ष का है तथा अभिलाषा ) वर्ष एवं प्रिया 7 वर्ष की है। सभी चारों पढ़ रहे हैं। आप भी अपने पिताजी की तरह उदारमना एवं सबको सहयोग देने वाले हैं। लियो क्लब के सन् 1974-75 में सेक्रेटरी एवं 1975-76 में अध्यक्ष रहे 1 डीमापुर लायन्स क्लब के सन् 1987-88 एवं 1988-89 में आप अध्यक्ष रहे थे । महासभा के प्रति आपकी पूरी निष्ठा है तथा उसके ध्रुव फण्ड ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं। आपने मन्दिर के नव-निर्माण के समय मारबल लगाने में पूर्ण आर्थिक सहयोग दिया था। मुजफ्फरनगर, लूणवा एवं वंरोदिया के मन्दिर के जीर्णोद्धार में सहयोग दिया तथा सम्मेदशिखर जी में फर्श एवं एक कमरे का निर्माण कराने का प्रशंसनीय कार्य किया। मारवाड़ी सम्मेलन (पूर्वोतर शाखा) के संयुक्त मंत्री, डीमापुर जैन समाज के कार्यकारी सदस्य, दि. जैन औषधालय के मंत्री, चैम्बर ऑफ कॉमर्स के सदस्य एवं वीर विकास मंडल डीमापुर के कोषाध्यक्ष हैं । श्री कपूरचन्द जी के चार भाईयों में महावीर प्रसाद ज्येष्ठ भ्राता है। आयु 45 वर्ष की एवं धर्मपत्नी का नाम गुणमाला देवी है । आप चार पुत्र एवं एक पुत्री के पिता है। आपकी पत्नी ने दशलक्षण व्रत का एक बार उपवास किया था। आपके दूसरे भाई स्व. श्री पवन कुमार थे जिनका असमय में ही स्वर्गवास हो गया। आपकी पत्नी श्रीमती सरोजबाई ने एक बार दशलक्षण व्रत के उपवास किये थे। आपके दो पुत्रियां एवं एक दत्तक पुत्र है । सुरेश कुमार आपके पिता श्री के चौथे नम्बर के 28 वर्षीय पुत्र हैं। आप बी कॉम हैं। श्रीमती किरणदेवी आपकी धर्मपत्नी हैं जो दो पुत्रों की मां बन चुकी हैं। पांचवें पुत्र श्री अजितकुमार हैं जो 25 वर्षीय युवा हैं। आपकी पत्नी श्रीमती संगीता है। सभी भाईयों में पूरा सामंजस्य हैं तथा सभी एक दूसरे का आदर एवं विनय करते हैं। गृह संचालन एवं व्यवसाय देखने में श्री कपूरचन्द जी का विशेष हाथ है। आपकी माताजी भी क्रियाशील महिला हैं। आपके एक बहिन भी है जिसका नाम संतोषदेवी है तथा स्व. नेमीचन्द के छोटे भाई स्व. चम्पालाल थे जिनके पवन कुमार दत्तक पुत्र थे 1 पता : श्री महावीर सइस फ्लोर एण्ड ऑयल मिल, जैन टेम्पल रोड़, डीमापुर ।
SR No.090204
Book TitleJain Samaj ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherJain Itihas Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages699
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Culture
File Size16 MB
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