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89. सदेव राज्य राज्येधु प्रजान पत्सुखधाम । 723. च. च. 4/67 उ.पु.52/40
124. वहीं 17/57,5/52 90. वही 54/10
125. च. च. 3/24 91. यही 54/14
126. चन्द्रप्रभाचरित 5/48 92, वही 54/12
127. वहीं 4/3.5/41 93. वही 54/13 94. नही 54/14
129. यही 1159 95. वही 54/15-16
130. वही 44 96. उत्तपुराण 51/7
137 वही 4/5 97, वहीं 6877,62/512
132. च. च. 1151 98 वही 6861
133. च. च. 1/62 99. वही 66/70
134. वहीं 47 100. वही 50/37
135. यही 4/9 101. वही 48/6
136. वहीं 5/44 102. वहीं 68.66,57
137, वही 5147 103.च, च. श्लोक।
138 वही 4/11 104. गोमट्टसार कर्मकाण्ड दि, सं. बम्बई, || 139. बही 4714 वि. सं1885 गर. 785
140. वहीं 4/16, 5:49 105. वहीं गाथा 396,
141. वहीं 15:145 106. वहीं गाथा 43,
142. वही 4/10 107, डॉ. नेमिचन्द्र शास्त्री: संस्कृत काव्य के || 143. वर्धमानचिरित (शोत्नापुर संस्करण)
विकास में जैनकविनों का योगदान पु, प्रस्तावना पृ. 17-18 75-76
144. वहीं 8/34 108. वही पृ. 76-77
145. वही 5175 109. चन्द्रप्रभचरित 3/4
146. वही 4124 110. च.च. 1/52
147. वर्धमानचरित 8/20 111. च. त्र.2/28
148. वहीं 6/46 112, च.च.2/29
| 149. वही 6/47-48 113. च, च, 2/30
150. बही 6/51 114.च.च. 17:54-56
151. वही 7/22 115. वहीं 15/15
152. वही 7/33 116. वही 15/15, 16:54 .
153. वही 6:50 117.च.च. 13.41
154. वहीं 8/35 178. वहीं 1147, 16/53, 4/67
155. वही 7/44 119. वही 6/43
156. वही 4/70,6/23, 14:40 120. ए. एल. बाशम: अद्भुतभारत पृ. 106 157. सोमदेव इति यस्तस्यैध काव्यक्रम । 121. वासुदेव उपाध्याय: प्राचीन भारत के || 158. उपासकाध्यन (प्रस्तावना- पं. अभिलेखों का अध्ययन पृ. 86
कैलाशचन्द्रशास्त्री) पृ. 13, 122. रक्षाये प्रजया दतं पन्नांशं वेतमा 159.घही पृ. 13
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