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________________ गणितसारसंग्रह शब्द सामान्य अर्थ उद्गम संख्या ANGअभियान पन्नग सर्प The serpent हिन्दू पुराणों में कभी कभी आठ और कभी कभी सात प्रकार के सौ का वर्णन मिलता है। पयोधि | समुद्र Ocean अन्धि देखिए। पयोनिधि पावक | अग्नि Fire अग्नि देखिए। पुर नगर City हिन्दू पुराणों के अनुसार तीन असुरों के प्ररूपक तीन पुरों ने देवों के प्रति अत्याचार किया और शिव ने उन्हें विनष्ट किया । त्रिपुरान्तक से तुलना करिए । पुष्करिन् । हाथी Elephant इभ देखिए। प्रालेयांशु चंद्रमा The Moon इन्दु देखिए। बन्ध कर्म बंध Karmic जिनागम में बंध के मुख्यतः चार भेद बतलाए गये bondage हैं: प्रकृति बंध, स्थिति बंध, अनुभाग बंध और प्रदेश बंध । बाण बाण Arrow इषु देखिए। नक्षत्र हिन्दू ज्योतिष में सूर्य पथ पर मुख्यतः २७ नक्षत्रों A constellation की गणना की गई है। डर Fear भाव तत्व Elements | पांच तत्व या पंच भूत ये हैं : पृथवी, अप् , तेजस् , वायु, आकाश। भास्कर सूर्य The Sun १२ । इन देखिए। भुवन लोक The World ऊर्वलोक, मध्यलोक, और अधोलोक, की मान्यता है। भूत तत्व Element भाव देखिए। पर्वत Mountain अचल देखिए। मद घमण्ड Pride अष्ट मद के भेद इस प्रकार है: ज्ञान, रूप, कुल, जाति, बल, ऋद्धि, तप, शरीर का मद । महीध्र पर्वत Mountain अचल देखिए। मातृका | देवी A goddess साधारणतः सात प्रकार की देवियों मानी जाती हैं। मुनि साधु Sage ७ मुख्यतः सात प्रकार के ऋषियों का उल्लेख मिलता है : कश्यप, अत्रि, भरद्वाज, विश्वामित्र, गौतम, जमदग्नि, वसिष्ठ। इन्दु देखिए। मृगाङ्क चंद्रमा The Moon - १ रुद्रों की संख्या ११ मानी गई है। मृड शिव या रुद्र का नाम A name of Siva or Rudra ११
SR No.090174
Book TitleGanitsara Sangrah
Original Sutra AuthorMahaviracharya
AuthorA N Upadhye, Hiralal Jain, L C Jain
PublisherJain Sanskriti Samrakshak Sangh
Publication Year1963
Total Pages426
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Mathematics, & Maths
File Size35 MB
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