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________________ समुद्घात अध्ययन उ. गोयमा ! १. सव्वत्थोवा जीवा आहारगसमुग्घाएणं समोहया, २. केवलिसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, १६९७ उ. गौतम ! १. सबसे अल्प आहारकसमुद्घात से समवहत जीव हैं, २. (उनसे) केवलिसमुद्घात से समवहत जीव संख्यात गुणे हैं, ३. (उनसे) तैजस्समुद्घात से समवहत जीव असंख्यात ३. तेजसूसमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, गुणे हैं, ४. वेउव्वियसमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, ५. मारणांतियसमुग्घाएणं समोहया अणंतगुणा, ६. कसायसमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, ७. वेयणासमुग्धाएणं समोहया विसेसाहिया, ८. असमोहया असंखेज्जगुणा।। प. दं.१.एएसिणं भंते ! णेरइयाणं १. वेयणासमुग्घाएणं, २. कसायसमुग्घाएणं, ३. मारणांतियसमुग्घाएणं, ४. वेउव्वियसमुग्घाएणं, समोहयाणं, ५. असमोहयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा? उ. गोयमा ! १. सव्वत्थोवा णेरइया मारणांतियसमुग्घाएणं समोहया, २. वेउब्वियसमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, ३. कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, ४. (उनसे) वैक्रियसमुद्घात से समवहत जीव असंख्यात___गुणे हैं, ५. (उनसे) मारणान्तिकसमुद्घात से समवहत जीव ___ अनन्तगुणे हैं, ६. (उनसे) कषायसमुद्घात से समवहत जीव असंख्यात___ गुणे हैं, ७. (उनसे) वेदनासमुद्घात से समवहत जीव विशेषाधिक हैं, ८. (उनसे) असमवहत जीव असंख्यातगुणे हैं। प्र. द.१.भंते ! इन १.. वेदनासमुद्घात से, २. कषायसमुद्घात से, ३. मारणान्तिकसमुद्घात से, ४. वैक्रियसमुद्घात से समवहत और ५. असमवहत नैरयिकों में कौन किससे अल्प यावत् विशेषाधिक हैं? उ. गौतम ! १. सबसे अल्प मारणान्तिकसमुद्घात से समवहत नैरयिक हैं, २. (उनसे) वैक्रियसमुद्घात से समवहत नैरयिक असंख्यातगुणे हैं, ३. (उनसे) कषायसमुद्घात से समवहत नैरयिक संख्यातगुणे हैं, ४. (उनसे) वेदनासमुद्घात से समवहत नैरयिक संख्यातगुणे हैं, ५. (उनसे) असमवहत नैरयिक संख्यातगुणे हैं। प्र. २-११. भन्ते ! इन १. वेदनासमुद्घात से, २. कषायसमुद्घात से, ३. मारणान्तिक समुद्घात से, ४. वैक्रियसमुद्घात से, ५. तैजस्समुद्घात से समवहत एवं ६. असमवहत असुरकुमारों में से कौन किससे अल्प यावत विशेषाधिक हैं? उ. गौतम ! १. सबसे अल्प तैजस्समुद्घात से समवहत असुरकुमार हैं, २ (उनसे) मारणान्तिकसमुद्घात से समवहत असुरकुमार असंख्यातगुणे हैं, ३. (उनसे) वेदनासमुद्घात से समवहत असुरकुमार असंख्यातगुणे हैं, ४. (उनसे) कषायसमुद्घात से समवहत असुरकुमार संख्यातगुणे हैं, ५. (उनसे) वैक्रियसमुद्घात से समवहत असुरकुमार संख्यातगुणे हैं, ४. वेयणासमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, ५. असमोहया संखेज्जगुणा। प. दं.२-११.एएसिणं भंते ! असुरकुमाराणं १. वेयणासमुग्घाएणं, २. कसायसमुग्घाएणं, ३. मारणांतियसमुग्घाएणं, ४. वेउव्वियसमुग्घाएणं, ५. तेजस्समुग्घाएणं,समोहयाणं, ६. असमोहयाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा? उ. गोयमा ! १. सव्वत्थोवा असुरकुमारा तेजस्समुग्घाएणं समोहया, २. मारणंतियसमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, ३. वेयणासमुग्घाएणं समोहया असंखेज्जगुणा, ४. कसायसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा, ५. वेउब्वियसमुग्घाएणं समोहया संखेज्जगुणा,
SR No.090160
Book TitleDravyanuyoga Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj & Others
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1995
Total Pages670
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Metaphysics, Agam, Canon, & agam_related_other_literature
File Size26 MB
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