SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 152
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ लेश्या अध्ययन प. एएसिणं भंते ! भवणवासीणं जाव वेमाणियाणं देवाण य देवीण य कण्हलेस्साणं जाव सुक्कलेस्साण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा? उ. गोयमा ! १. सव्वत्थोवा वेमाणिया देवा सुक्कलेस्सा, २. पम्हलेस्सा असंखेज्जगुणा, ३. तेउलेस्सा असंखेज्जगुणा, ४. तेउलेस्साओ वेमाणिणीओ देवीओ संखेज्जगुणाओ, ५. तेउलेस्सा भवणवासी देवा असंखेज्जगुणा, ६. तेउलेस्साओ भवणवासिणीओ देवीओ संखेज्जगुणाओ, ७. काउलेस्सा भवणवासी देवा असंखेज्जगुणा, ८. णीललेस्सा विसेसाहिया, ९. कण्हलेस्सा विसेसाहिया, १०. काउलेस्साओ भवणवासिणीओ देवीओ संखेज्जगुणाओ, ११. णीललेस्साओ विसेसाहियाओ, १२. कण्हलेस्साओ विसेसाहियाओ, १३. तेउलेस्सा वाणमंतरा देवा असंखेज्जगुणा, १४. तेउलेस्साओ वाणमंतरीओ देवीओ संखेज्जगुणाओ, - ८९१ ) प्र. भंते ! कृष्णलेश्या वाले यावत् शुक्ललेश्या वाले भवनवासी यावत् वैमानिक देवों और देवियों में से कौन, किससे अल्प यावत् विशेषाधिक हैं? उ. गौतम ! १. सबसे थोड़े शुक्ललेश्या वाले वैमानिक देव हैं, २. (उनसे) पद्मलेश्या वाले असंख्यातगुणे हैं, ३. (उनसे) तेजोलेश्या वाले असंख्यातगुणे हैं, ४. (उनसे) तेजोलेश्या वाली वैमानिक देवियां संख्यातगुणी हैं, ५. (उनसे) तेजोलेश्या वाले भवनवासी देव असंख्यातगुणे हैं, ६. (उनसे) तेजोलेश्या वाली भवनवासी देवियां संख्यातगुणी है, ७. (उनसे) कापोतलेश्या वाले भवनवासी देव असंख्यातगुणे हैं, ८. (उनसे) नीललेश्या वाले विशेषाधिक हैं, ९. (उनसे) कृष्णलेश्या वाले विशेषाधिक हैं, १०. (उनसे) कापोतलेश्या वाली भवनवासी देवियां संख्यातगुणी हैं, ११. (उनसे) नीललेश्या वाली विशेषाधिक हैं, १२. (उनसे) कृष्णलेश्या वाली विशेषाधिक हैं, १३. (उनसे) तेजोलेश्या वाले वाणव्यन्तर देव असंख्यातगुणे हैं, १४. (उनसे) तेजोलेश्या वाली वाणव्यन्तर देवियां संख्यातगुणी हैं, १५. (उनसे) कापोतलेश्या वाले वाणव्यन्तर देव असंख्यातगुणे हैं, १६. (उनसे) नीललेश्या वाले विशेषाधिक हैं, १७. (उनसे) कृष्णलेश्या वाले विशेषाधिक हैं, १८. (उनसे) कापोतलेश्या वाली वाणव्यन्तर देवियां संख्यातगुणी हैं, १९. (उनसे) नीललेश्या वाली देवियां विशेषाधिक हैं, २०. (उनसे) कृष्णलेश्या वाली देवियां विशेषाधिक हैं, २१. (उनसे) तेजोलेश्या वाले ज्योतिष्क देव संख्यातगुणे हैं, २२. (उनसे) तेजोलेश्या वाली ज्योतिष्क देवियां संख्यातगुणी हैं। १५. काउलेस्सा वाणमंतरा देवा असंखेज्जगुणा, १६. णीललेस्सा विसेसाहिया, १७. कण्हलेस्सा विसेसाहिया, १८. काउलेस्साओ वाणमंतरीओ देवीओ संखेज्जगुणाओ, १९. णीललेस्साओ देवीओ विसेसाहियाओ, २०. कण्हलेस्साओ देवीओ विसेसाहियाओ, २१. तेउलेस्साओ जोइसिया देवा संखेज्जगुणा, २२. तेउलेस्साओ जोइसिणीओ देवीओ संखेज्जगुणाओ। .-पण्ण.प.१७, उ.२,सु.११७१-११९० ४९. सलेस्सदीवकुमाराइणं अप्पबहुत्तंप. एएसि णं भंते ! दीवकुमाराणं कण्हलेस्साणं जाव तेउलेस्साण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा? उ. गोयमा! १. सव्वत्थोवा दीवकुमारा तेउलेस्सा, २. काउलेस्सा असंखेज्जगुणा, ३. नीललेस्सा विसेसाहिया, ४. कण्हलेस्सा विसेसाहिया। -विया. स. १६, उ.११, सु.३ उदहिकुमारा वि एवं चेव। -विया. स. १६, उ. १२, सु. १ १. विया. स.२५, उ.१, सु.३ ४९. सलेश्य द्वीपकुमारादि का अल्पबहुत्वप्र. भंते ! कृष्णलेश्या वाले यावत् तेजोलेश्या वाले द्वीपकुमारों में से कौन किससे अल्प यावत् विशेषाधिक हैं ? उ. गौतम ! १. सबसे अल्प द्वीपकुमार तेजोलेश्या वाले हैं, २. (उनसे) कापोतलेश्या वाले असंख्यातगुणे हैं, ३. (उनसे) नीललेश्या वाले विशेषाधिक हैं, ४. (उनसे) कृष्णलेश्या वाले विशेषाधिक हैं। उदधिकुमारों का अल्प बहुत्व भी इसी प्रकार है।
SR No.090159
Book TitleDravyanuyoga Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj & Others
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1995
Total Pages806
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Metaphysics, Agam, Canon, & agam_related_other_literature
File Size29 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy