SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 148
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ८८७ लेश्या अध्ययन ६. तेउलेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेज्जगुणाओ, ७. काउलेस्सा गब्भववंतियतिरिक्खजोणिया संखेज्जगुणा, ८. णीललेस्सा गब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणिया विसेसाहिया, ९. कण्हलेस्सा गब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणिया विसेसाहिया, १०. काउलेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेज्जगुणाओ, ११. नीललेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ विसेसाहियाओ, १२. कण्हलेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ विसेसाहियाओ, १३. काउलेस्सा सम्मुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणिया असंखेज्जगुणा, १४. णीललेस्सा सम्मुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणिया विसेसाहिया, १५. कण्हलेस्सा सम्मुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणिया विसेसाहिया। प. ९. एएसि णं भंते! पंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोणिणीण य कण्हलेस्साणं जाव सुक्कलेस्साण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा जाव विसेसाहिया वा? उ. गोयमा ! १. सव्वत्थोवा पंचेंदियतिरिक्खजोणिया सुक्कलेस्सा, २. सुक्कलेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेज्जगुणाओ, ६. (उनसे) तेजोलेश्या वाली तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियां संख्यातगुणी हैं, ७. (उनसे) कापोतलेश्या वाले गर्भज तिर्यञ्चयोनिक संख्यातगुणे हैं, ८. (उनसे) नीललेश्या वाले गर्भज तिर्यञ्चयोनिक विशेषाधिक हैं, ९. (उनसे) कृष्णलेश्या वाले गर्भज तिर्यञ्चयोनिक विशेषाधिक हैं, १०. (उनसे) कापोतलेश्या वाली तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियाँ संख्यातगुणी हैं, ११. (उनसे) नीललेश्या वाली तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियां विशेषाधिक हैं। १२. (उनसे) कृष्णलेश्या वाली तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियां विशेषाधिक हैं। १३. (उनसे) कापोतलेश्या वाले सम्मूर्छिम पंचेंद्रिय तिर्यञ्चयोनिक असंख्यातगुणे हैं, १४. (उनसे) नीललेश्या वाले सम्मूर्छिम पंचेन्द्रिय तिर्यञ्चयोनिक विशेषाधिक हैं, १५. (उनसे) कृष्णलेश्या वाले सम्मूर्छिम ___पंचेन्द्रिय-तिर्यञ्चयोनिक विशेषाधिक हैं। प्र. ९. भंते ! इन कृष्णलेश्या वाले यावत् शुक्ललेश्या वाले पंचेन्द्रिय तिर्यञ्चयोनिकों और तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियों में से कौन, किससे अल्प यावत् विशेषाधिक हैं ? उ. गौतम ! १. सबसे कम शुक्ललेश्या वाले पंचेन्द्रिय-तिर्यञ्चयोनिक हैं, २. (उनसे) शुक्ललेश्या वाली तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियां संख्यातगुणी हैं, ३. (उनसे) पद्मलेश्या वाले गर्भज पंचेन्द्रिय तिर्यञ्चयोनिक संख्यातगुणे हैं, ४. (उनसे) पद्मलेश्या वाली तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियां संख्यातगुणी हैं, ५. (उनसे) तेजोलेश्या वाले गर्भज पंचेन्द्रिय तिर्यञ्चयोनिक संख्यातगुणे हैं, ६. (उनसे) तेजोलेश्या वाली तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियां संख्यातगुणी हैं, ७. (उनसे) कापोतलेश्या वाली तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियां संख्यातगुणी हैं, ८. (उनसे) नीललेश्या वाली तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियां विशेषाधिक हैं, ९. (उनसे) कृष्णलेश्या वाली तिर्यञ्चयोनिक स्त्रियां विशेषाधिक हैं, १०. (उनसे) कापोतलेश्या वाले गर्भज तिर्यञ्चयोनिक असंख्यातगुणे हैं, ११. (उनसे) नीललेश्या वाले गर्भज तिर्यञ्चयोनिक विशेषाधिक हैं, ३. पम्हलेस्सा गब्भवक्कंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया संखेज्जगुणा, ४. पम्हलेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेज्जगुणाओ, ५. तेउलेस्सा गब्भवक्कंतियपंचेंदियतिरिक्वजोणिया संखेज्जगुणा, ६. तेउलेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेज्जगुणाओ, ७. काउलेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ संखेज्जगुणाओ, ८. णीललेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ विसेसाहियाओ, ९. कण्हलेस्साओ तिरिक्खजोणिणीओ विसेसाहियाओ, १०. काउलेस्सा गब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणिणीया असंखेज्जगुणा, ११. णीललेस्सा गब्भवक्वंतियतिरिक्खजोणिणीया विसेसाहिया,
SR No.090159
Book TitleDravyanuyoga Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj & Others
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1995
Total Pages806
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Metaphysics, Agam, Canon, & agam_related_other_literature
File Size29 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy