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________________ २९२ स्थिति, ३०८ सूत्र विषय पृष्ठांक | सूत्र विषय पृष्ठांक ७. रलप्रभा पृथ्वी के कतिपय नैरयिकों की ४१. उरःपरिसर्प स्थलचर पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिकों स्थिति, २९०-२९२ की स्थिति, ३०६-३०७ ८. शर्कराप्रभा पृथ्वी के नैरयिकों की स्थिति, ४२. उरःपरिसर्प स्थलचर पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिक ९. शर्कराप्रभा पृथ्वी के कतिपय नैरयिकों की स्त्रियों की स्थिति, ३०७ २९२ ४३. भुजपरिसर्प स्थलचर पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिकों १०. वालुकाप्रभा पृथ्वी के नैरयिकों की स्थिति, २९२ की स्थिति, ३०७-३०८ ११. वालुकाप्रभा पृथ्वी के कतिपय नैरयिकों की ४४. भुजपरिसर्प स्थलचर पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिक स्थिति, २९२-२९३ स्त्रियों की स्थिति, १२. पंकप्रभा पृथ्वी के नैरयिकों की स्थिति, २९३ ४५. .खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिकों की स्थिति, ३०८-३०९ १३. पंकप्रभा पृथ्वी के कतिपय नैरयिकों की स्थिति, २९३ ४६. खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिक स्त्रियों की स्थिति, ३०९ १४. धूमप्रभा पृथ्वी के नैरयिकों की स्थिति, २९३ ३. मनुष्य १५. धूमप्रभा पृथ्वी के कतिपय नैरयिकों की ४७. मनुष्यों की स्थिति, ३०९-३१० स्थिति, २९३-२९४ ४८. कतिपय गर्भज मनुष्यों की स्थिति, ३१० १६. तमप्रभा पृथ्वी के नैरयिकों की स्थिति, २९४ ४९. मनुष्य स्त्रियों की स्थिति, ३१०-३१२ १७. तम प्रभा पृथ्वी के कतिपय नैरयिकों की स्थिति, २९४ १८. अधःसप्तम पृथ्वी के नैरयिकों की स्थिति, २९४-२९५ ४. देव १९. अधःसप्तम पृथ्वी के कालादि नारकावासों में ५०. सामान्यतः देवों की स्थिति, ३१२ उत्कृष्ट स्थिति, . २९५ ५१. सामान्यतः देवियों की स्थिति, ३१२ २०. अधःसप्तम पृथ्वी के कतिपय नैरयिकों की ५२. भवनवासी देवों की स्थिति, ३१३ स्थिति, २९५ ५३. भवनवासी देवियों की स्थिति, ३१३ २. तिर्यंचयोनिक ५४. असुरकुमार देवों की स्थिति, ३१३ ५५. कतिपय असुरकुमार देवों की स्थिति, ३१४-३१५ २१. तिर्यग्योनिक जीवों की स्थिति, २९५-२९६ ५६. असुरकुमार देवियों की स्थिति, ३१५ २२. एकेन्द्रिय जीवों की स्थिति, २९६ ५७. असुरेन्द्र चमर बली की परिषदागत देव-देवियों २३. पृथ्वीकायिक जीवों की स्थिति, २९६-२९८ की स्थिति, ३१५-३१७ २४. अप्कायिक जीवों की स्थिति, २९८ ५८. नागकुमार देवों की स्थिति, ३१७ २५. तेजस्कायिक जीवों की स्थिति, २९८-२९९ ५९. नागकुमार देवियों की स्थिति, ३१७ २६. सिगड़ी स्थित अग्निकाय की स्थिति, २९९ ६०. नागकुमारेन्द्र धरण भूतानंद की परिषदागत २७. वायुकायिक जीवों की स्थिति, २९९-३०० देव-देवियों की स्थिति, ३१७-३१९ २८. वनस्पतिकायिक जीवों की स्थिति, ३००-३०१ ६१. सुवर्णकुमार देवों की स्थिति, ३१९ २९. निगोदों की स्थिति, ३०१ ६२. सुवर्णकुमारी देवियों की स्थिति, ३१९ ३०. द्वीन्द्रिय जीवों की स्थिति, ३०१-३०२ ६३. शेष भवनवासी देवों और देवियों की स्थिति, ३१. त्रीन्द्रिय जीवों की स्थिति, ३०२ ६४. असुरेन्द्र वर्जित कतिपय भवनवासी देवों की ३२. चतुरिन्द्रिय जीवों की स्थिति, ३०२-३०३ स्थिति, ३१९-३२० ३३. पंचेन्द्रिय जीवों की स्थिति, ३०३ ६५. शेष भवनवासी इन्द्रों की परिषदागत देव-देवियों ३४. सामान्यतः पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिक जीवों की की स्थिति, ३२० स्थिति, ३०३-३०४ ६६. वाणव्यन्तर देवों की स्थिति, ३२० ३५. कतिपय पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिकों की स्थिति, ३०४ ६७. वाणव्यन्तर देवियों की स्थिति, ३२० ३६. तिर्यंचयोनिक स्त्रियों की स्थिति, ३०४ ६८. पिशाचकुमारेन्द्र काल की परिषदागत देव-देवियों ३७. जलचर पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिकों की स्थिति, ३०४-३०५ की स्थिति, ३२१ ३८. जलचर पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिक स्त्रियों की ६९. सामान्यतः ज्योतिषी देवों की स्थिति, ३२१-३२२ स्थिति, ७०. सामान्यतः ज्योतिषी देवियों की स्थिति, ३२२ ३९. चतुष्पद स्थलचर पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिकों की ७१. चन्द्रविमानवासी देव-देवियों की स्थिति, ३२२-३२३ स्थिति, ३०५-३०६ ७२. ज्योतिष्केन्द्र, चन्द्र की परिषदागत देव-देवियों ४०. चतुष्पद स्थलचर पंचेन्द्रिय तिर्यंचयोनिक की स्थिति, ३२३ स्त्रियों की स्थिति, ३०६ ७३. सूर्य विमानवासी देव-देवियों की स्थिति, ३२३-३२४ ३१९ ३०५ का। (८०)
SR No.090158
Book TitleDravyanuyoga Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj & Others
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1994
Total Pages910
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Metaphysics, Agam, Canon, & agam_related_other_literature
File Size32 MB
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