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________________ २७९ १३. योनि कुल कोटियों का प्ररूपणप्र. भंते ! जलचर पंचेंद्रिय तिर्यञ्चयोनिक जीवों की कितने लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं ? उ. गौतम ! साढ़े बारह लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं। प्र. भंते ! चतुष्पद स्थलचर पंचेंद्रिय तिर्यञ्चयोनिक जीवों की कितने लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं ? उ. गौतम ! दस लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं। प्र. भंते ! उरपरिसर्प स्थलचर पंचेंद्रिय तिर्यञ्चयोनिक जीवों की कितने लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं ? उ. गौतम ! दस लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं। प्र. भंते ! भुज परिसर्प स्थलचर पंचेंद्रिय तिर्यञ्चयोनिक जीवों की कितने लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं ? योनि अध्ययन १३.जोणी कुलकोडियाणं परूवणंप. जलचर पंचेंदिय तिरिक्खजोणियाणं भंते ! जीवाणं कइ जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता? उ. गोयमा ! अद्धतेरस जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता। -जीवा. पडि. ३, सु. ९७(२) प. चउप्पयथलयर पंचेंदिय तिरिक्खजोणियाणं भंते ! जीवाणं कइ जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता? उ. गोयमा ! दस जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता। -जीवा. पडि. ३, सु. ९७(२) प. उरपरिसप्पथलयर पंचेंदिय तिरिक्खजोणियाणं भंते। जीवाणं कइ जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता? उ. गोयमा ! दस जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता। -जीवा. पडि.३, सु. ९७(२) प. भुयपरिसप्पथलयर पंचेंदिय तिरिक्खजोणियाणं भंते! जीवाणं कइ जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता? उ. गोयमा ! णव जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा भवंतीति मक्खायं। -जीवा. पडि. ३, सु. ९७(१) प. खहयर पंचेंदिय तिरिक्खजोणियाणं भंते ! जीवाणं कई जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता? उ. गोयमा ! बारस जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता। -जीवा. पडि. ३, सु. ९७(२) प. बेइंदियाणं भंते ! कइ जाइकुलकोडी जोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता? उ. गोयमा ! सत्त जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा समक्खाया। -जीवा. पडि. ३, सु. ९७(२) प. तेइंदियाणं भंते ! कइ जाइकुलकोडी जोणीप्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता? उ. गोयमा ! अट्ठ जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा समक्खाया। -जीवा. पडि. ३, सु. ९७(२) प. चउरिंदियाणं भंते ! कइ जाइकुलकोडीजोणी प्पमुहसयसहस्सा पण्णत्ता? उ. गोयमा ! णव जाइकुलकोडीजोणीप्पमुहसयसहस्सा समक्खाया। -जीवा. पडि. ३, सु. ९७(२) उ. गौतम ! नौ लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं। प्र. भंते ! खेचर पंचेंद्रिय तिर्यञ्चयोनिक जीवों की कितने लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं ? उ. गौतम ! बारह लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं। प्र. भंते ! द्वीन्द्रियों की कितने लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं? उ. गौतम ! सात लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं। प्र. भंते ! त्रीन्द्रियों की कितने लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं? उ. गौतम ! आठ लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं। प्र. भंते ! चतुरिन्द्रियों की कितने लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं? उ. गौतम ! नौ लाख जाति कुल कोटी प्रमुख योनियां कही गई हैं। १. सम.सम.१३,सु.५ २. ठाणं,अ.७,सु.५९१ ३. ठाणं.अ.८,सु.६५९
SR No.090158
Book TitleDravyanuyoga Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj & Others
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1994
Total Pages910
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Metaphysics, Agam, Canon, & agam_related_other_literature
File Size32 MB
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