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श्री जीवराज जैन ग्रंथमाला सोलापूर
प्रकाशित-ग्रंथ
(हिन्दी विभाग) संपादक-डॉ. ए. एन्. उपाध्ये
- स्व. डॉ. हीरालाल जैन १ तिलोयपण्णत्ती भाग १- (Chapters १ से ४) यतिवृषभाचार्य कृत-जैन भूगोल विषयक
प्राचीन प्राकृत ग्रंथ-हिन्दी अनुवादक-पं. बालचंद्रशास्त्री-संपादक डॉ. आ. ने. उपाध्ये, स्व. डॉ. हीरालाल जैन. क्राऊन १/८, पृष्ठ संख्या ६ + ३८ + ५३२. प्रथम संस्करण
इ. सन १९४३. मूल्य १२ रु. द्वितीय संस्करण इ. सन. १९५६ मूल्य रु. १६. तिलोयपण्णत्ती भाग २ - (Chapters ५ से ९) उत्तरार्ध विस्तृत इंग्लिश तथा हिन्दी प्रस्तावना
सहित-गाथा सूची तथा अनेक तालिकाओं सहित. (तालिकाओं में उल्लिखित ग्रंथभौगोलिक संज्ञाएं, विशेषनाम, पारिभाषिक शब्द, शलाकापुरुष सूची, देव तथा स्वर्ग सूची, वीस प्ररूपणा आदि) क्राऊन १/८, पृष्ठ ६ + १४ + १०८+ (५३३ से १०३२) प्रथम संस्करण १९५१
मूल्य रु. १६. २ यशस्तिलक अॅन्ड इंडियन कल्चर - (Yashastilak & Indian Culture) आचार्य सोमदेव
कृत (१० वी शताब्दि का प्राचीन) संस्कृत ग्रंथ का इंग्लिश अनुवाद तथा भारतीय संस्कृति का गहन अध्ययन. इंग्रजी अनुवादक प्रो. कृष्णकान्द हन्दिकी. क्राऊन साइज १/८, पृष्ठ ८ + ५४०. प्रथम संस्करण इ. सन. १९४९.
मूल्य रु. १६. ३ पाण्डवपुराण - भट्टारक शुभचंद्र विरचित. संस्कृत पांडव कथाग्रंथ. हिंदी अनुवादक पं.
जिनदासशास्त्री फडकुले- क्राऊन साइज १/८, पृष्ठ ४ + ४० + ८ + ५२० प्रथम संस्करण १९५४.
रु. १२. ४ प्राकृत शब्दानुशासन - त्रिविक्रम विरचित प्राकृत व्याकरण टीका सहित. संपादक
परशुराम लक्ष्मण वैद्य. डेमी साइज १/८, पृष्ठ ४४ + ४७८, प्रथम संस्करण इ. सन. १९५७.
__ मूल्य रु. १०. ५ प्राकृत शब्दानुशासन (हिन्दी अनुवाद) प्रा. केशव वामन आपटे. डेमी १/८, पृष्ठ ३४० प्रथम संस्करण इ. सन. १९७४.
मूल्य रु. १२. ६ सिद्धान्तसार संग्रह - नरेंद्रसेन आचार्य कृत प्राचीन (१२ वी शताब्दि) संस्कृत ग्रंथ. जीव
अजीवादि सप्ततत्त्व वर्णन. हिन्दी अनुवादक. श्री पं. जिनदास शास्त्री फडकुले. क्राऊन साइज १/८, पृष्ठ ३००. प्रथम संस्करण इ. सन. १९५७.
मूल्य रु. १०. द्वितीय संस्करण १९७२.
___ मूल्य रु. १२. ७ Jainism in south India & some Jain Epigraphs. लेखक - डॉ.। १. देसाई. आन्ध
कर्णाटक, और तामिलनाड में जैन धर्म के कार्य का विशद वर्णन. हैद्राबाद राज्य के कन्नड शिलालेखों का अंग्रेजी तथा हिन्दी में संपादन-विविध सूचियों से और चित्रों से सहित. साइज काऊन १/८, पृष्ठ १६ + ४५६ प्रथम संस्करण इ. स. १९५७.
मूल्य रु. १६.