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तु ३६८
अदिता वा विच्छिविता वा
पूपं वा
सोणियं वा
गीहरिता वा विलोहिता वा
या उसिणोग-विपत्रेण वा,
छोले वा पोज वर
उच्छलंसं वा दद्यतं वा साइज्जइ ।
मी कार्यतिमंद था,
अजय सिन्खेन सत्थजाएणं,
छविसावा, विविता वा,
पूयं मा सोणियं वा,
पीहरिता था, विसोहिता वा,
सोमोग-वियण बा, उसिगोत्रण-विपण वा, उच्छवा
अण्णय रेणं आलेवणजाएणं, लिपेज वा विलिपेज्न बा
आलिदा विलितं वा साइज ।
जे मिक्स अपणो कार्यसि-गंडे वा जावद बा अभ्यपणं तिथं सरबजाएवं
अक्षिता वा विच्छिदिता वर पूयं वा सीणियं वा
गोहरा या विसोहाबा ओदाउ
या परिकर्म के प्रायश्चित सू
अणयरेणं आलेवणजाएगं, बलिपत्ता या विलिपित्ता वा
तेल्लेण वा जाव णवणीएण था,
अभंगेज्ड वा मत्रज्ञ वा, भगतं वा मवतं वा साइज्जइ । जे मि
पण कार्यसि - गंडं वा जाव भगंदलं वा,
अभ्यरेषिते सत्यमाएवं अच्छा वा वा पूर्व वा सोणियं वा
पोहरा वा विसावा
सीओवग विडे वा उसिगोग-विद्वेण व१, उच्छलेत्ता वा पछोइसा वर,
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छेदन कर, बार-बार छेदन कर
पीप या रक्त को,
निकाल कर, शोधन कर,
पारिवार
अचित्त शीत जल से या अति उष्ण जल से,
धोये बार-बार धोये
,
धुलवावे, बार-बार धुलवावे,
धोने वाले का बार-बार धोने वाले का अनुमोदन करे।
जो भिक्षु अपने शरीर के गण्ड – पावस — भगन्दर कोअन्य किसी प्रकार के तीक्ष्ण शस्त्र से,
छेदन कर बार-बार छेदन कर
पीप या रक्त को
छेदन कर बार-बार छेदन कर
पीप या रक्त को,
निकालकर, शोधन कर,
निकाल कर शोधन कर,
अति शीत जल से या अचित्त उष्ण जल से,
ये बार-बार धोये,
धोकर, बार-बार धोकर, अन्य किसी एक लेप का,
लेप करे, बार-बार लेप करे,
लेप करवाने, बार-बार लेप करवावे,
लेप करने वाले का, बार-बार लेप करने वाले का अनु मोदन करे ।
जो भिक्षु अपने शरीर के गण्ड - यावस् - भगंदर को-
अन्य किसी प्रकार के तीक्ष्ण शस्त्र से,
अति शीत जल से या अचित्त उष्ण जल से,
धोकर, बारम्बार धोकर,
अन्य किसी एक लेप का
लेप कर, बार-बार लेप कर,
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तेल - यावत् – मक्खन,
मले, बार-बार मले,
मलावे, बार-बार मलावे,
मलने वाले का, बार-बार मलने वाले का अनुमोदन करे ।
भगंदर को
जो भिक्षु अपने शरीर के मंडपाद अन्य किसी प्रकार के तीक्ष्ण शस्त्र से, छेदन करके, बार-बार छेदन करके, पीप या रक्त को,
-
निकाले, शोधन करे
अचित्त शीतल जल से या अचित्त उष्ण जल से धोकर, बार-बार धोकर,