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________________ प्रत्याख्यान कषाय ४ प्रति-शोक २ नपुंसक वेद १ स्त्री वेद १ (३) तिर्यचद्विक २ एकेन्द्रियादि जाति ४ प्रातप १ उद्योत १ स्थावर १ सूक्ष्म १ साधारण १ ७ प्रकृतियों में ये ० प्रकृतियां ये २ संक्रमण (१) निद्रा १ प्रचला १ (२) अशुभ वर्णादि ४ उपघात? २० प्रकृतियों में ये ७ प्रकृतियो ये ३ संक्रमण (१) साता वेदनीय १ (२) अप्रशस्त विहायोगति १ १ले छोड़कर वजनाराच प्रादि संहनन ५ १ले समचतुरस्र छोड़कर शेष संस्थान ५ प्रर्याप्त १ अस्थिर प्रशुभ १ दुभंग १ दुःस्वर १ अनादेय १ प्रायशः कीर्ति १ १३) नीच गोत्र १मिथ्यात्व प्रकृति १ सम्यक्ष मोहनीय १२ प्रकृतियों में ये २० प्रकृतियों ये ३ संक्रमण ४ संक्रमण ये ५ ही संक्रमण (१) मिश्र मोहनीय १
SR No.090115
Book TitleChautis Sthan Darshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAadisagarmuni
PublisherUlfatrayji Jain Haryana
Publication Year1968
Total Pages874
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Pilgrimage, & Karm
File Size16 MB
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