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सपना :-माई प्राचार्य कायिक भाव और जीवत्व ये१. भार मानते हैं।
अवगाहना—को नं०१८ देखो। बंध प्रकृतियां--बंध रहित ।
बय प्रकृतिया-उदय रहित । सरय प्रतिया--सत्व रहित मना-मनन्त जानना । क्षेत्र-४५ लाख पोजन सिद्ध ताक (सिद्ध शिला) स्पर्शन-सिद्ध भगवान स्थिर रहते है। काल-पर्वकाल। अन्तर--अन्नहिन ।
ति (योनि)-जाति रहिन । कुन-कुन रहित।
जति में