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________________ न्यनरगाः कमल न्यभा गौ पतिता न्यौ गः कुमुद्व न्यौ न्यौ कुसुम न्यौ भ्रौ निसौ न्यौ शशिवदना T Post गाः सुकेसरम् नौ गो मनोज्ञा नौ लगा सुमालती नौ शफरिका लगा अभिमुखी सौ गौ गुणलयनी सौ जौ गो लयः सौ तो गो विद्युन् सौ मौ यावनङ्गलेखा सौम्रौ भ्रौ हरिणीपदम् सौ म्रौ स्लौ गो हरिणी सौ रौ गश्चन्द्र पङ्क्तौ ममगा पचपचपा महा पंचौ ध्रुवकम् पचौ लवली पतौ मदनविलसिता पदावप्सराः परार्धमुपगीतिः पाचदाश्चिस्तृतीये पाचाजगाः करभकः पादः पिचौ रतिवल्लभः पिदावुत्थक्कः पूर्वे Jain Education International INDEX OF SUTRAS 2.150 | पो रेवका 2.140 पौ चषौ हारावली 2.68 पौ चारुः 2. 168 पौ चौ तो गलितकं 2.370 पौ चौ पो वेः 2.39 पौ तः सुन्दरा 2.119 पौ तौ भूषणा 2.233 पौ मल्लिका 2.70 प्रकृतौ म्रौ नौ यिः 2.76 प्रतिष्ठायां गौ कन्या 2.43 प्राकल्पाद्यगोऽधो 2. 32 बृहत्यां भो मौ 2.84 | भगगान्ता आपातलिका 2.208 भजसा उदयम् 2.209 | भत्नगा मृगचपला 2. 312 भत्ना गौ श्रीः 2. 318 | भा गौ भुजंगविलासः 2. 293 भातल्गा न्जन्सगा 2.207 भिगगा नजज्या 2. 107 भिगौ चित्रगतिः 4.51 भितनिसा द्रुतलघु 6.24 भिम्भसा मणिमाला 7.68 | भिर्गौ दोधकम् 7.66 भीः स्गौ शरमाला 7.62 | भीगावङ्गरुचिः 4.7 भीन्या भङ्गिः 5.17 भीरसल्गा नन्दकम् 5. 7 भुगौं संगतम् 2.2 भृग मदिरा 4.47 | भृः सुभद्रम् 5.31 | भो गौ पङ्क्तिः 3.51 | भो नौ स्मौ निल्गा For Personal & Private Use Only २४७ 7.59 4.48 7.71 4.25 4.28 4.36 4.37 4.80 2.345 2.15 8.2 2.88 3,55 2.92 2.122 2.132 2.400 3.18 3.5 2,114 2,369 2.301 2.130 2,264 2.196 2.319 2.341 2.265 2.355 2.368 2.25 2.378 www.jainelibrary.org
SR No.090113
Book TitleChandonushasan
Original Sutra AuthorHemchandracharya
AuthorH D Velankar
PublisherSinghi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai
Publication Year1961
Total Pages444
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size9 MB
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