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गुणस्थान | पश्चिम सासादन 3 (कुज्ञान 3) 27 (पूर्वोक्त 29 -
१(पूर्वोक्त 7 +मिथ्यात्व, मिथ्यात्व, अभव्यत्व)
अभव्यत्व) मिश्र
28 (मिश्र रूप ज्ञान 3, (पूर्वोक्त - अवधि दर्शन 1, क्षयोपशमिक | दर्शन) लन्धि 5, मनुध्यगति, कषाय, स्त्रीलिंग, लेश्या-6,असंयम असिद्धत्व, अज्ञान, पारिणामिक भाव 2)
4. (अशुभ अविरत लेश्या ३,
असंयम)
30 (औपशमिक 16 (मिथ्यात्य, अभव्यत्व, सम्यक्त्व, क्षयोपशमिक| कुशान 3, संयमासंयम) सम्यक्त्व, ज्ञान 3, दर्शन 3, सायोपशमिक लब्धि 5, मनुष्य गति, कवाय स्त्रीलिंग, लेश्या 6, असंयम अज्ञान, असिद्धत्व, जीवत्व भव्यत्व)
|27 (मीपशमिक 19(मिथ्यात्व, अमव्यत्व, देशसंयम (संयमासयम) सम्यक्त्व, क्षयोपशमिक कुज्ञान 3, असंयम,
सम्यक्त्व, ज्ञान 3, अशुभ लेश्या 3) दर्शन 3, मायोपशमिक लब्धि 5, मनुष्यगति, स्त्रीलिंग, शुभ लेश्या 3, संयमासंयम, अज्ञान, असिद्धत्व, जीवत्व मव्यत्व)
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