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चित्र-सूची
१. वज्जि-विदेह जनपद
१८-राजगृही-वैभारगिरिकी तलहटीमें गर्म कुण्डों १-वैशाली-वासुकुण्डमें भगवान महावीरकी का दृश्य ।
जन्मभूमि, जहाँ भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र- १९-राजगृही-वैभारगिरिपर उत्खननसे प्राप्त प्राचीन प्रसाद द्वारा शिलान्यास किया गया था।
मन्दिर । समय ८वीं शताब्दी। २-कुण्डलपुरका दिगम्बर जैन मन्दिर ।
२०-राजगृही-वैभारगिरिसे उत्खननमें प्राप्त जैन ३-कुण्डलपुरके दिगम्बर जैन मन्दिर में मूलनायक मूर्तियाँ । नालन्दा म्युजियम । भगवान् महावीर।
२१-राजगृही-भारगिरिपर तीर्थंकर महावीरकी ४-वैशाली-वामन-पोखरके जैन मन्दिरमें मूल- मूर्ति । नायक महावीरकी मूर्ति ।
२२-राजगृही-वैभारगिरिपर तीर्थकर मूर्ति । समय ५-वैशाली-अहिंसा, प्राकृत और जैनालॉजी ८वीं शताब्दी। शोध-संस्थान ।
२३-राजगृही-उत्खननमें प्राप्त तीर्थंकर आदिनाथकी
मूर्ति । समय ८वीं शताब्दी। २. अंग जनपद
२४-राजगृही-श्रेणिक बिम्बसारकी जेल । ६-चम्पापुरी-मूलनायक भगवान् वासुपूज्य ।
२५-पावापुरी-जलमन्दिर ( महावीर निर्वाण भूमि) ७-चम्पापुरी-भगवान् वासुपूज्यके चरणचिह्न।
२६-पावापुरी-जलमन्दिरके मुख्य द्वारका भीतरी ८-चम्पापुरी-५० फुट ऊंचा प्राचीन स्तम्भ ।
दृश्य। ९-भागलपुर-जैन मन्दिरमें एक फलकमें चौबीस
२७-पावापुरी-दिगम्बर जैन कोठी। तीर्थकर प्रतिमाएँ।
२८-पावापुरी-दिगम्बर जैन मन्दिरकी मुख्य वेदी। १०-मन्दारगिरि-पर्वतके ऊपर प्राचीन जैन .
२९-पावापुरी-दिगम्बर जैन मन्दिरमें बायीं ओरकी मन्दिर।
वेदीमें चौबीसी और पार्श्वनाथकी प्राचीन प्रतिमा। ११-मन्दारगिरि-पर्वतके ऊपर जैन मन्दिरमें
३०-पावापुरी-दिगम्बर जैन मन्दिरमें तीर्थंकर भगवान् वासुपूज्यके प्राचीन चरण ।
महावीरकी ७ फुट ऊँची भव्य प्रतिमा। १२-मन्दारगिरि-पर्वतको तलहटी में प्रसिद्ध पाप
३१-गुणावा-दिगम्बर जैन क्षेत्रका बाह्य दृश्य । हारिणी कुण्ड ।
३२-गुणावा-दिगम्बर जैन मन्दिरकी वेदीका दृश्य । ३. मगध जनपद .
३३-गुणावा-श्री गौतमस्वामीके चरण-चिह्न। १३-राजगृही-विपुलाचलपर भगवान् महावीरकी ३४-गुणावा-जलमन्दिर । टोंक।
३५-पटना संग्रहालय-लोहानीपुरसे प्राप्त मौर्यकालीन १४-राजगृही-रत्नागिरि----पर्वतपर भगवान् जैन प्रतिमा का धड़। - शान्तिनाथ ।
३६-पटना संग्रहालय-दीदारगंज (पटना) से प्राप्त १५-राजगृही-उदयगिरि पर्वतपर भगवान् महावीर- मौर्यकालीन चमरधारिणी यक्षी । का मन्दिर ।
३७-पटना संग्रहालय-पाषाणका एक भामण्डल । १६-राजगृही-सोन भण्डार गुफा ।
३८-पटना संग्रहालय-एक शिलाफलकमें अर्हन्त, १७-राजगृही-सोन भण्डार गुफाका शिलालेख ।
आचार्य और उपाध्याय परमेष्ठी ।