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Lord Mahavit Hindi-Englah Jain Dicionary 417
महाशलाका म .-Mahim
अर्थात ई. 521 वर्ष पूर्व प्रारम होन गला संयतः। नन् An area of waslem videl (region), Name of
2003-2004 25302ी नि सबन चल रहा है। summit of Suryagiri Vitkshar & its protecting महावीर पडित - Muhurire Prunetare. delty.
Name of 8 greal Pandir अपर विदेश का एक देश, सूर्यगिरि क्षार का एक कूट व उत्तका
जिनसंप आशाधरसी ने ययावमण का ज्ञान प्राप्त किया । रक्षक देव ।
महावीर पुराण - Marhāvira Purana. महाविवृति - Mahavikuti.
Namo of the treatises wrilten by Acharya The greal Impsiments (deteds).
Shubhachandra & Sakal Kirtijo individually नवनीट. मय, मांस, नघुगे 4 महाविकृतिया है क्योंकि ये काम, आचार्य शुभचन्द्र (ई. 1516-1550) एव आचार्य सकलकीत मद व हिंरूप को उत्पन्न करती है।
द्वारा रचित भगताग महावीर के जीमन पर आधारित पुराण । महाविद्या -Mataudya.
महावीर भगवान् - Mahiviru Ragavan. Super powers of Vidyadhars, A dwelling placa The z4th Tirthankar of Jain religlon. In the 2nd hell
जौन धर्म के अन्सिंग य 2 लीकर का नाग. इनकी आयु 72 विधाघरों को इच्छानुसार फल देने वाली विद्याएं, दूसरे गरक के
वर्ष, गरीर की ऊबाई 7 हाथ भी। दह क्षण तप्तस्वाद मदृश था, ततक इंटक का एक बिल।
इगती जन्मनगरी कुलपुर (गालदा-बिहार है। इनके पांच नाम महावीरकीर्ति (आचार्य) - Mahaviratirificaryay. प्रसिद्ध है-वीर, बद्धमान, सन्पति, महावीर एवं अतियीर । दिगम्बर Name of a famous Digambar Acharya of 201h जैन एरम्परानुसार भगवान महावीर पालाचारी थे तथा दीक्षा centuary, the chief disciple of Acharya Adisagar सने के बाद कयाल एक बार उलथनी नगरी के श्मशान में तपस्यः Maharaj belonging to Anttikar tradition
करते नामय स्थाणुसद्वारा नयो र उपसर्ग किया गया था। आवाश्री आदिसागर महाराज अंकलीकर के शिष्य एवं एक
30 वर्ष सीजन में दीक्षपारग जारी 12 वर्ष की शारस्या करके प्रमुख आचार्य। इन्होंने अचार्य श्री धीरसागर महाराज (चारित्र
केवलझान सन्म किया पुन 90 वर्ष तक मेवली अवस्था में से चामचर्ती आचार्य श्री शांतिसागर जी महाराज के प्रथम पट्टाचार्य)
और 12 वर्ष सी उम्र में पापापुरी जमादिर (बिहार) से समस्त से क्षुल्लक दीक्षा ग्रहण की तथा आचार्य श्री आदिसागर महाराज
कमां का नाश कर पोम प्रास किया। से मुनिदीमा ग्रहणकर आचार्यपद प्राप्त किया था। समय -ई.श.
महावीराचार्थ - Mehtviracārya. 201
Name of a great Acharya महावीरजी (तीथी - Mahavirrji Tirtha).
गणित पसार समठ, ज्योतिष पद आदि का एक जनालार्य। The most famous Digambar Jain Alishery stierna,
महावीराएक-Mativirastaka. a place of pilgrimage of Rajsthen where miraculous idol of Lord Mahavira in installed
A spiritual hymn written by Pondi Bhagchand. रापास्थान का एक सर्वप्रसिद्ध दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्रास प. भागचन्द रचिन एक रसोच । क्षेत्र में स्थापित भगवान महावीर की मूर्ति मान्यत अतिशयथारी महावीर्य -Malaivirya. है इसे एक ऐसे टील से निकाला गया था जहाँ एक दाले की गाय One of the 1008 namesalLord Rishabhdev के पन से दूध अपने आप अर जाता था। यह चाँदनपुर गाँव के ऋषभदेव भगवान के 1008 नामों में एक नाम । अतिनिकट है।
महामत -Mahirala. माधवीर ज्योति टीका -MahaviraJyotirka 5 major vows of Jain religion like non-vlolence, A commentary book composed by Arvika Shi
Iruth, non-stealing, calupacy&non-possession Chandanamati Mataji on 'Mahavir Stotra' wril- अहिंसा, सत्य, अचौर्य. गावचर्य एवं अपरिग्रह। जैन धर्म में ये len by Ganini Shri Gyanmar Malaj.
पांच महावत कहलाते हैं। जैन सापानका पालन करते है। गणिती प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी द्वारा संस्कृत के 38 श्लोकों
महाती-Mandvrati. में रचित महावीर स्तोत्र पर उनकी शिष्या पूज्य प्रजाश्रमणी
Greal saints possessing 28 basic restrainta आर्यिका श्री चंदनामती.माताजी द्वारा ई. सन् 1993 में रचित
मसाबातों को पालने वाले 28 मूलगुप्मधारी साधु । संस्कृत एवं हिन्दी टीका 1
महासंख- Mohatarnkha. महावीरतीर्थ - Mahaviratirtha.
Name ofamountain stuated In Lavan ocean. The ata of Lord Mahavira.
लवण समुद्र में स्थित एक पर्वत । भगवान महावीर का शासन काल ।
महाशलाका -Mahasalika. महावीर निर्वाण संवत् -
A very deep and large plich Mahavir Nirvana Samvatt. संख्या प्रमाण के लिए बुद्धि पारा समीप में एक लाय योजन The art of the walvation of Lord Mahavire.
विस्तार वाला में सवार योजन गहरे एक पुण्य का नाम । महावीर भगवान के निर्वाण दिवस से प्रारंभ होने वाला मंवत्