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Lord Mahavir Hindi-English Jain Dictionary
भाव प्रमाण
Bhavn Pranima
Internally standard evaluation of something यात प्राण अज्ञान दर्शन उपयोग अन्य सूक्ष्म निमोदिक के उत्कृष्ट केवल के और मध्यम अन्य जीवो के होता है।
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भाव प्ररूपणा
Bhive Pratit
Representation of sentiments through disquisitron daars.
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भाव प्राण Psychical vitalities.
सम्यग्दर्शन, ज्ञान व चरित्र को भव प्रण कर है। अथवा भन् की जिन शक्ति में इन्द्रिय आदि अपने कार्य में प्रवर्तन करें । भाव प्राधान्य - Bhāva Preedhara Presidence of sentiments
के प्रकरण में भाव हा की प्रधानता होना । भाव प्रासुक आहार
द्वारक
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Bhitya Prñaa
Bhaira frāsura-Altairen A kind of thinking related to ownness of food ऐसा आहार, 'यह भोजन पर लिए है, ऐसा चिन्तन न किया आये (जिसमें से एकेन्द्रिय जीव निकल गये है वह द्रव्य प्रासु आहार कहलाता है ।
भावबंध
Bhavabardha.
Psychical bondage of Karmas
किस चेतन परिणाम से कर्म बंधता है वह भाव-बंध है। वैसेधादि परिणाम भावबंध हा अर्थात् आत्मा के शुद्धअशुद्ध परिणामों में जं कर्म का बंध होता है।
भावभावक मास Bhanubhavaka Bhāva A relation between soul & result oriented Kurmas.
संबंध आत्मा एवं फल देने की सामर्थ्य से युक्त कर्म एवं दोनों में भाव भावक भाव है। आत्मा. भाव मंगल Pure and sacred one.
Bhāva Maingain.
वर्तमान में मंगलरूप पर्यायों से परिशुद्ध जीव ।
भावमन - Bhavanan.
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Psychical mind
मन शान्गवरण व वीर्थान्तराय के क्षयोपशम से द्रव्य मन द्वारा मानने की शक्ति तथा उस रूप ज्ञान का उपयोग होना ।
भावमल - Bhāvamaia.
Inauspicious results of one. अज्ञान, अदर्शन इत्पादिक जीव के परिणाम । भावमान कषाय विवेक -
Bhāva-Mina. Kasava Viveka.
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Psychical wisdom. प के द्वारा अभिमान को छोड़ना ।
भाव मार्गणा - Bhāva Mārgand. Psychical Investigation
द्वारा जेवी का अन्त कथा भाव मोठ Bhiva Moku. Psychical salvation
आपका शुद्ध भाव जिसमें सर्व कप झात्मा कर्मबंधन रक्षित कर्थात् मुक्त हो जावे
भाववान्
भावयुति - havpvati
Psychically worldly attachments
क्रोध, मान, माया और लंभादिक के साथ जीवारि द्रच्चों का मिलाप होना ।
भावयोग - Bievargee.
Subjective (psychical vibration.
मन वचन काय से संयुक्त संसारी जीव के अगोरा व शरीर नाम कने के उदग से जीव की यह शक्ति जो कर्म व नोकर्म की प्रहण करती है।
भावलिंग (वेद)
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Bhrávalimga (Vedai.
Thoughts due to partial passion जिसकी स्थिति नोकषाय के उदय से प्राप्त होती है । मावलिंग (साधु) - Bhavanksing Sathe J An absolute sain! with perfect conduct माधु का जैसा बाहर चारित्र है यही भाव होना प्रमत्तअन गुणस्थान सम्बन्धी भाव होना है। पान है I भावलिंगीमुनि Bhavalingman.
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A saint with real matura & attributes
अपने मुनिरूणं बाहरी चारित्र के अनुसार भाव को रखनेवाला मुर्ति ।
भाव लेश्या - Bhava Lesha. Volitional aura.
कषाय से अनुतियांग की प्रवृत्ति ना
भाव लोकोत्तर मान Bidva Lokottura Männ Extent of knowledge (Nigod to Supreme state). जघन्य सं उत्कृष्ट अवस्था तक का ज्ञान पिसे मापा जाय अर्थात् लय-पर्याप्त सूक्ष्य निगोदिया जी के अन्य पर्या श्रुतान से लेकर आतों के उत्कृष्ट केवलज्ञान तक का प्रयाण । भाव लोभ विवेक Bhave jobin Viveka
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Wisdom of abstinence from delusion or greed 'यह मेरा है' इस तरह की मोहवन्य परिणति को न होने देना । आववचन - Bhdvavacartm
Volitional speech.
धन जो वीर्यान्तराय और मतिज्ञानावरण तथा श्रुतज्ञानावरण कर्मों के कवोपशम और अंगोपांग नामकर्म के निर्मित सेता है। यह पौद्गलिक होता है।
भाववती शक्ति - Bhavavari Sakri. Volitional strength of something
की एक शक्ति प्रदेशान्व गुणों के अतिरिक्त शेष गुणों के परिणाम की भाव रूप शक्ति ।
भाववान्
Bhir
Something having voltional quality परिणाम भात्रः परिणामी होने से सभी द्रव्य भायवान हैं।