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भक्तामर कथा
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पगवान महावीर हिन्दी-अंग्रेजी जैन शब्दकोश साधिरण: जिसमे शसक्स विधि से क्रमश आमर का त्यर भगदेव - Bunrudeva, किया जाना है इसका जघन्य बाल अन्नमहत Ind areकाल
भगफागु- Beegaphealgu.
- 12 है।
For both words see - Bragadta. मक्तामर कथा - Breakruan Kathi
दोनों पदों के लिए देदों - भागदत ; Namre ol tales written by Prande Raymallall and
भगवती - Bhagavati. Jaichand Chhabda. ५. माल (ई.16121ए प. जयचन्द छानदा.-::)
A type of super power. Other name of Jainar
initiation सारा रचित कथा ।
वहरुविधामिनी एक विदा । जिन दीक्षा को भी भगपती दीक्षा भक्तामर विधान- Bhurktenir Vitthiirur.
का है Awershippsng book of Bhaktamar Stotra
भगवती आराधना - Heagutiarathunt मक पूजा निशेष जिसमें भक्तामर स्ताव के 48 गाण्य पढ़कर
Name of a book written by Artuaru Shivakoti. 4B अध्ये चढ़ात हर भगवान आदिनार की पूजा के 1111 .
आचार्य पारिश
का इस इसकी रचना पनी ज्ञानमती माताजी की शिष्या आर्यिका श्री
मधुओ की चर्या म सामरेखन' निधि का विस्तार से वर्णन है। बदगम्न माताजी के द्वारा की गई है। * लेग्नकों द्वारा
भगवती आराधना टीका - रचित भै नस विधान की पुस्तके उपलका होती हैं ।
Bhagavri Aradhandiko भक्तामर स्तोत्र - Bhaktamara Store
A commentary book on 'Bhagavatl Aradhana Agreat spintual hymn wrillen by Acharm written by Pratdir Ashadharji Mantung on Lord Adinath
प आशधर1113-1243) द्वारा रचित एक टीका । अन्तर्य मान (इं.श. पूर्व) द्वारा सस्कृतचिन आदिनाथ
भगवान् - Rhagavin. भगनान वा म्तीप। इसपं 43 काप्य हैं। इस मांव के प्रभारी उनकी बेद्रिया म्बबटूर गई मैं ।
Supreme one, Lord, ane with omnipotence &
annisclence भक्ति - Bhakti
जो सर्वशक्तिमान एवं केवल ज्ञान से सहित है या भगवान है। Eulogical devotion for Lord
भगीरथ - Bhagiratha. अहेत आदि के गण में अनुराग रखना भक्ति है अयषा निज
The san of the king Segar, a Chakravarti (em. परमात्म तत्व के सम्पक प्रद्धान-अवगंध-आवरणा जाप शुरू
peror). रत्नत्रय परिणामी में अनुरक्त मनः ।
सगर चक्रवर्ती का पुर जिसने अपना पूर्वभव सुनका दीक्षा ली भक्ति नवधा)-Bireek (Navathi).
एवं मोक्ष प्राप्त किया । A procedural food atfering tu Jalna saints (see- 2 - Sharna. Varadha Bhurkti), Avirtue of food-doner.
Dilapidated, broken. Disappointed, delealed विप से अर्यातदाता के मात गुण सहित क्रिया के द्वारा नवधा
ध्वस्त या टूटा हुआ अथवा जिमका उत्साह पंग हो गया हो । भक्तिपूर्वक दिगाबर जैन साधुओं को आहार देना (देव-नवधा
भानघट प्रोता -Rhenaghata Sroti. भकिए। आहारदाता के 7 गुगों में एक गुण पात्र के प्रति
Alype of false listenet. ममर्पण मय होगा।
अपात्र श्रोता का एक पेद फूटे घई की तरह होना जिसमें प्रक्ष्यामक्ष्य - Bhaksyabhaksya,
उपदेश नहीं ठहरता । Different types of edible (vegitable) and non
10 non- भानावशेष - Ragnivasesa. edible (non-vegliable) liems.
Rulns, brokan remains. दाल, दुध, दही, फल आदि भक्ष्य अर्थात् खाने योग्य एवं म०, मांस, मधु, उप्पर फल आदि अभक्ष्य अर्थात् 'नहीं खाने
टूटे हुए अवशेष । योग्य पदार्थ ।
पतिमा - Phangini.
Facial apression, gestures. पग- Bagd. Super merita, Name of a prosiding delly of a
हाय भाव । lunar (Punafalguni ).
घट्ट अकलंक-Bhatia Akalarinku. पुण्य, मंपूर्ण पुण्य में ममन्वित आत्या भगवान कहलाती। A famous & greet Jalnacharya पूर्वफरतानी नत्र का अधिपति देवता ।
एक प्रसिद्ध जैनाचार्य । जिन्होंने और माधुओं को वाद-विवाद भगदत्त - Bhagadatia.
में वछम्त किया। उनके द्वारा लिखे गये मुख्य मंच-तत्वार्य Name of a shief disciple of Lord Rishabhdev
राजवार्तिक, अशती आदि हैं। भगवान रामदेव के एक गणधर का नाम ।
भट्टाकलंक- Bhagnakalcrika. Sad - Bharra Alolanka. देखे. महमकलंक ।