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कर्मज्ञान मैत्री
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भगवान महावीर हिन्दी-अंग्रेजी जैन शम्दकोश नादान अक्ष के योग्य विनय स्पन्न होगे पाली नायिका निमित्त में जीत के साथ बंधकर जानायरणादि रूप हो जो और उपदेष के बिना ही चित्रो सप की प्राप्ति से आवि दुई कर्मप्रकृति टीका -Kmmapreekruirika. चतुर्थ 'कर्मा' अन्नास कति होती है।
A boox witten by Az-frew Gyanabhpashana कर्मज्ञान मैत्री - KarnajinutMaitri
अचार्य जागृवप्- ||( 1525-59) द्वारा रचित एकन्या The state of accumulation otkomuraknpowledige कर्मप्रकृति रहस्य -Karineeprakar Rahasya. बसक ज्ञान की कासाम्यता भलीभीत रयूपता को प्राप्त A book written by Arharva Abhayanandl नही होती तब तक कम और पान का एकातिपना कहा गय है। आचार्य अभयनन्दि (8930-950) कृत एक गुन्। कर्मतव्यतिरिक्त नोआगम -
कर्मप्रकृति विधान - Karmagarikra Vidhanner. Karin Treyrir kta Vongaeme Adook written by Pandit Banarasidas. The Karte matter which has been assurmed बनारसीदाम 1 1816-1667) द्रारा रचित कवित 10 be the form of turmes.
दिशक भन्षा प्रत्य: जागावरमादि मूलप्रकृतिरूप अपवा इाले तिचनादरणादि
कर्मप्रत्यय-karna Prarynyd. उत्तरप्रकृते रूप परिजनत' हुआ बा-गिटागारूप पुद्गल द्रव्य।
Reason of flow of Karmacas (8|| 8). कर्मत्व-Karmcotvn.
कों के आखव 27 आने के कारण निध्यात्व, अदिति, प्रसाद, The basic fundamental quality of Mecmax
कायाय, 1 प्रत्येक कर्म में रहने वाला सामान्य व नित्यधर्म है।
कर्मप्रदेश -Karmapradesa. कर्मदहन यंत्र-Kannadharu Yurintres.
Xrerne particles points A metallic plate engraved with an auspicious
का परमाणु। mystical diagram (related to destruction of
कर्मप्रवाद-Kurmapravdia. Arrnment एक न लिखित धातु की प्लेट जिसकी आराधना करके दहन 8th early canon(Purnof scriptural knowledge में सहायक होती है।
14 पूर्यो - B या चूट, जिसमें शानावरादि कर्मा का , कर्मदहन विधान - Karudathana Vitthing
उदय, उदीरणा. सज्ञा आदि का कथन है। इसके एक करोड
B0 लास मध्यम पर हैं। A book written by Gramenta Gyanmali Mataji regarding reverential worshipping
कर्मप्राभूत टीका - Karmaprabhrta Tikd. गणिनी डानमाली माताजी एवं अन्य लेखक द्वारा रचित एक A book wntten by Achath Samantahhadra. पूजन-विधान ।
आचार्य समंतभद्र (ई. 2) कृत कसिद्धान्त विषयण एक कर्मनारकी-Karmanraki
संग्जान भाषा पर ग्रन्थ । Hetlen kyrmir aggregate.
कर्ममायोग्य पुद्गल - Karinapravasya Pudgale. नरक गति के सच आये हुए कर्मद्रव्यसभू को कर्मनगरकी कही Matters fit to be manifested as karmtar
कार्मण - कर्मरूप परिणमित होने वाली पदगल वर्गणाएं। कर्मनिर्जरा व्रत -Kuramantrjari Vrara.
कर्मफल - Karnaphala. A vow for destruction of kormus
Karmir resullstbllss, paln etc.). कर्म निजैरा के लिये किया जाने दाला एक प्रकार का धत किये गये कर्म से उत्पन्न सुख - दुख कर्मफल है। जिसमें आषाढके आधिषन तक प्रत्येक्ष शुक्ला चतुर्दशी के बार कर्मफल घेसना -Karmaphala Cetarnd. उपहास होते हैं। इसकी पूरी विधि देखे ग्रल विधान संग्रह एक Consclousness attarair consequences बिशनसिंह क्रियाकोश।
(trulllon). कर्मपरमाणु - Karnaparaminit.
कर्मा के फल अर्थात् सुख-दुख का अनुभव भरना । Karma particles, species of korts.
कर्मबंध- Karmabandina. जो परमाा दियारूप परिणभित होता है अर्थात् पुदमन कर्म Korrir bindings with soul. यणाये ।
जीय और कनवगंगाओं का परस्पर एक क्षेत्रावगाह संबंध होता। कर्मपरिणाम - Kainaprurindime.
कर्मबंधक -Karmabandhaka. Karmic consequences
Being attached to karmic bondages. उदय , कर्म का फल ।
कमौका ८५ करने बाला जीव । सार्मप्रकृति - Kartruprakrri.
कर्मभाव-Kurmabhava. Karmchatun fragulls of delusion, passion etc. bad and good deeds) attached with soul
जो पुदगल द्रव्य आस्मा के स्गदेव पाकों के निमित्त से कर्मसम जो कर्मवर्गणा लप पुदगल के स्वाथ जय के रागडेवादिक परिणागे परिणमन करते है।