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| कर हस्त रेखा ज्ञान
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में उत्पन्न होता है तो यह उभार (Negative) होता है। इसमें आने वाले मनुष्य {Positive) के बुध के उभार की सारी अच्छी विशेषताएँ रखते हैं। उदारणार्थ-वे जो भी अध्ययन या जीवन पथ चुनते हैं उस पर बहुत दिनों तक चलते हैं। ये मुश्किल से ही प्रथम प्रकार के मनुष्यों के समान फुर्ती तथा चमत्कार रखते हैं किन्तु वे ठोस तथा स्वच्छ कार्य-पथ रखते है और कायदे के अनुसार अपने जीवन में बहुत कुछ कर सकते है। वे अपने जीवन के विचारों में अधिक अभ्यासी तथा पार्थिव होते हैं लेकिन वे सदा हर एक वस्तु को अपने विचारों से ही व्याख्या करते हैं जो कुछ उनके विचार से ठीक हैं वही उनके लिए सत्य हैं और फलस्वरूप वे कभी-कभी दूसरों की आशा के विपरीत कार्य करते हैं। इस काल में उन्नत होने वाली स्त्रियाँ अनोखी पहेली होती हैं। या तो वे बहुत गुणवाली तथा सच्ची होती है या इसके बिल्कुल विपरीत होती हैं। लेकिन चाहे वे अच्छी हों या बुरी वे अपने लिए स्वयं कानून होती हैं। और सब चीजों से पहले अपना सोचती हैं। इस समय में पैदा होने वाले मनुष्य अपनी पत्नियों या बच्चों को छोड़ देते हैं क्योंकि वे सोचते हैं कि उन्हें ऐसा करना चाहिए और जीवन के मध्य-पथ पर वे धार्मिक विचार बदल देते हैं या बहुत ही रूढ़िवादी से एक दम उल्टा हो जाता हैं। इसी प्रकार स्त्रियाँ जो कि सामाजिक जीवन व्यतीत करती हैं, एकदम से अचानक ही धार्मिक हो जाती हैं तथा किसी दृढ़ धर्म या जाति में घुस जाती हैं फिर जैसे कि (Positive) उभार में हैं इसका पूर्व निश्चिय अन्त जानने के लिए मस्तक रेखा पर भी साथ में विचार करना चाहिए। यदि यह सीधी तथा स्पष्ट हैं तो अच्छी प्रवृत्तियाँ प्रकाश में आ जाती हैं। यदि रेखा नुरी तथा कमजोर है तो अन्त में बुरी प्रवृत्तियाँ अपना अधिकार जमा लेती हैं।
स्वभाव-ये मनुष्य किसी अन्य श्रेणी की अपेक्षा जहाँ कि स्वास्थ्य का सम्बन्ध है। मानसिक रायों को अधिक मानते हैं। यदि वे सोचते हैं कि वे बीमार हैं तो यही बहुत हैं। यदि वे सोचते हैं कि वे बिल्कुल अच्छी तरह हैं तो आरोग्य भी हो जाते हैं।
वास्तव में वे विशेष स्वास्थ्य के होते हैं। यदि नशों व दवाइयों से खराब नहीं किया जाता तो जैसा कि वे हर समय सोचते हैं कि उन में कुछ बीमारी