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अंगूठे को इन दो उंगलियों पर धीरे से फिराइये, जैसे आप किसी कपड़े की गुणवत्ता जांच करने के लिए अपनी उंगलियों के ऊपर कपड़े को रखकर, उसके ऊपर अंगूठे को फिराते हैं। रत्न की इस ऊर्जा की गुणवत्ता को महसूस कीजिए। अब आप अपने बाए हाथ की इन्हीं दो उंगलियों पर बाएं हाथ के अंगूठे को इसी प्रकार फिराइये। अब आप रत्न की ऊर्जा को अपने स्वयं की ऊर्जा (जिसको आपने अपने बाए हाथ में परखा है) से तुलना कीजिए। क्या आय को दोनों में कोई अन्तर मालुम पड़ता है ? रत्न की गंदी ऊर्जा कैसी महसूस होती है ? यदि आप संवेदनशील हैं, तो रत्न के गंदा होने की दशा में आप अपने सीधे हाथ की उंगलियों में थोड़ा सा दर्द, चिपचिपापन अथवा थोड़ा सा कष्ट मालुम पड़ेगा। इस प्रयोग से उक्त कथन की पुष्टि हो जायेगी।
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