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________________ ईश्वर से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए स्वयं को तैयार रखे। रोगी के ग्रहण करने की शक्ति उपचारी देवदूत के कार्य को और अधिक सुगम कर देती है। उपचारक रोगी से उपचारी देवदूत को अपने पास लाने के लिए मन ही मन ईश्वर से यह प्रार्थना करे : ___ "हे प्रभु, उपचारी देवदूत की नियुक्ति के लिए और उस देवदूत को रोगी के पूरी तरह ठीक होने तक उसी के पास रुके रहने के लिए मैं आपसे प्रार्थना करता हूँ। आपका धन्यवाद ! ये प्रभु, मुझे आप पर पूर्ण विश्वास है।" । प्रार्थना पूर्ण आदर, विनय, एकाग्रता एवम् अच्छी भावनाओं के साथ की जाना आवश्यक है। ५.४१४
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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