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________________ अध्याय- १६ ऊर्जा द्वारा शारीरिक रोगों का उपचार-उन्नत तकनीक तथा रंगीन ऊर्जा द्वारा उपचार-अस्थितंत्र तथा मांसपेशियों के तंत्रों की खराबियां Skeleton and Muscular Disorders संदर्भ : भाग २, अध्याय २ तथा ३ और भाग ४, अध्याय १४, क्रम संख्या (१) अस्थि तथा मांसपेशियों के तंत्र यह तंत्र मुख्य तौर पर 1 तथा बांहों तथा पैरों पर के स्थित लघु चक्रों द्वारा नियंत्रित और ऊर्जित किया जाता है। 1 का समुचित रूप से कार्यान्वयन काफी हद तक 9 पर निर्भर करता है। इस तंत्र पर 6 का । के द्वारा तथा 5 का प्लीहा द्वारा (जो रक्त की गुणवत्ता को प्रभावित करता है) भी प्रभाव पड़ता है । लम्बे समय तक अनुचित भावनाओं द्वारा 1 गलत ढंग से कार्य कर सकता है, जिससे अस्थि तथा मांसपेशियों के तंत्र का अनियमन (disorder) हो जाता है। 4 भी इस क्षेत्र को प्रभावित करता है, क्योंकि यह काफी हद तक पाचन, अवशोषण तथा उत्सर्जन तंत्रों को नियंत्रित व ऊर्जित करता है। यह निम्न चक्रों (मय 1 के) का नियमन करने में सहायता करता है। संधिवात (Arihiritis) के रोगियों का आमतौर पर 4 कमजोर होता है। निचले पीठ का दर्द, साइटिका तथा हरनियेटेड डिस्क (स्लिप डिस्क) - Lower Back Pain, Sciatica and Herniated Disk निचले पीठ का दर्द K की समस्या या रीढ़ की हड्डी की खराबी के कारण हो सकता है। 1 रीढ़ की हड्डी को नियंत्रित और ऊर्जित करता है। रीढ़ की हड्डी की ' खराबी में 1 प्रभावित होता है। कई केसों में निचले पीठ का दर्द भावनात्मक (२) ५.२९३
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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