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अपने 7 तथा थायमस ग्रंथि की ओर कई मिनट तक मुस्कराते हुए भी उच्च रक्तचाप को स्व-प्राण चिकित्सा की जा सकती है, अथवा उनको प्रसन्नता तथा प्यार भरी ऊर्जा भेजकर। कई केसों में इससे 6 तथा 3 सामान्य हो जाते हैं।
9 द्वारा निम्न चक्र तथा उनसे सम्बन्धित अंगों का नियमन करने में, 4 मदद करता है। निम्न चक्रों से तात्पर्य 3, 2, 1 तथा निम्न लघु चक्रों का है।
पिनीयल ग्रंथि का अपना लघु चक्र, पीयूष ग्रंथि का अपना लघु चक्र, थायराइड ग्रंथि के अपने बांए तथा दाएं लघु चक्र, पैराथायराइड ग्रंथि के अपने चार अति लघु चक्र (दांया ऊपर का, बांया ऊपर का, दाया नीचे का. बांया नीचे का), थायमस ग्रंथि का अपना लघु चक्र (मय बांए तथा दांए अति लघु चक्रों के), अग्न्याशय ग्रंथि का अपना लघु चक्र (मय उसके ऊपरी भाग पर दो अति लघु चक्र), अधिवृक्क ग्रंथियों का अपना बाया तथा दांया लघु चक्र, अण्डकोषों का अपना बांया तथा दाया लघु चक्र और अण्डाशयों के अपना बांया तथा दांया लघु चक्र होते हैं। इनकी स्थिति चित्र ४.१३ तथा ४.१४ में दर्शायी गयी है। शरीर द्वारा इन्सुलिन का इस्तेमाल न हो पाने के कारण मधुमेह रोगDiabets due to the Body's inability to make use of Insulin अग्न्याशय का (Pancreatic) मधुमेह इन्सुलिन की कमी अथवा शरीर द्वारा इंसुलिन का उपयोग न कर पाने के कारण होता है। अधिकतर केसों में, यह शरीर द्वारा इंसुलिन का उपयोग न कर पाने के कारण होता है। आमतौर पर 6 पर घनापन होता है। साधारणतया अग्न्याशय पर थोड़ी सी सूजन होती है। दिव्य दृष्टि से अग्न्याशय पर गंदी भूरे से लाल रंग की रोगग्रस्त ऊर्जा दिखाई पड़ती है। L तथा K पर आंशिक प्रभाव पड़ता है। 9, 4 तथा 1 भी आंशिक रूप से प्रभावित हो जाते
(क) Gs (२) (ख) c" B, C ( L तथा अग्न्याशय) (ग) E { 6 तथा अग्न्याशय) GBV (घ) c' 9/E Gv'- यह चरण महत्वपूर्ण है। (ङ) C3 (च) CKG ~0 (छ) C (1. 4)/ E R
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