SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 645
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (ग) शरीर पर प्रभावी गुण क्रम (१३) में वर्णित G-B से कई गुनी शक्तिवाली (घ) शारीरिक उपयोग (१) गंभीर संक्रामक रोगों एवम् सूजन पर । (२) नाजुक अंगों पर सावधानी से प्रयोग करें। (३) भोजन का विषाक्त हो जाना {food poisioning) (४) कीड़े काटने पर । (ङ) सावधानियां २० वर्ष से कम उम्र तथा 45 वर्ष की उम्र से अधिक रोगियों पर इसका उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे नाजुक अंगों पर अनिष्टकारी प्रभाव पड़ सकता है। (१५) नीला-बैंगनी रंग की ऊर्जा – Light whitish Bluish Violet Energy (B-V) (क) स्रोत- वायु प्राण-माध्यम 11 (ख) रचना- केन्द्र में ७० प्रतिशत प्रकाशवान सफेद ऊर्जा, तत्पश्चात् केन्द्र के चारों ओर २० प्रतिशत हल्का बैंगनी तथा परिधि में १० प्रतिशत हल्का नीला रंग प्राण ऊर्जा (ग) शारीरिक उपयोग (१) क्षतिग्रस्त अंग, स्नायु और मस्तिष्क के कोशिकाओं के पुनर्निर्माण में (२) ताजे घाव के शीघ्र उपचार में (१६) हरा-बैंगनी रंग की ऊर्जा -Light Whitish Greenish Violet Energy (G-V) (क) स्रोत- वायु प्राण-माध्यम 11 (ख) रचना- केन्द्र में ७० प्रतिशत प्रकाशवान सफेद ऊर्जा, तत्पश्चात् उसके चारों ओर २० प्रतिशत हल्का बैंगनी तथा परिधि में १० प्रतिशत हल्का हरा रंग प्राण ऊर्जा (ग) शारीरिक उपयोग- जैसा उपरोक्त (१५) (ग) में वर्णित ५.१७२
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy