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________________ (५) ठंडा करने वाला (६) लचीलापन करना (७) रक्त को जमाने वाला अथवा रक्त का थक्का बनाना (घ) शारीरिक उपयोग (१) संक्रामकता (infection) के कारण रोग (२) दर्द दूर करना, चैन पहुंचाना। इसके लिए CG/E GB सूजन को कम करना (४) चक्रों और अंगों को संकुचित करना (५) आराम पहुचाना एवम् निद्रा लाना (६) रक्त के बहने को रोकना बुखार को कम करना (c) स्थानीयकरण (localization) करना (क) ताजे घाव जैसे केसों में शीघ्र उपचार हेतु तथा रक्त कम से कम बरबाद हो। (ख) नष्टकारक ऊर्जाओं के हानिकारक प्रभाव से अंगों को बचाना (इसका खुलासा नारंगी रंग की ऊर्जा में दिया है) मनोवैज्ञानिक प्रभावी गुण निम्न श्रेणी की मानसिक सक्रियता या concrete विचार (घ) मनोरोगों में उपयोग उन व्यक्तियों के लिए जिनको इनकी आवश्यकता हो। (१०) बैंगनी रंग की ऊर्जा - Light whitish Violet Energy (V) (क) स्रोत- वायु प्राण-माध्यम 11 (ख) रचना- केन्द्र में ७० प्रतिशत लगभग प्रकाशवान सफेद ऊर्जा तथा परिधि में ३० प्रतिशत लगभग हल्की बैंगनी ऊर्जा। हल्के बैंगनी रंग का शेड (Shade} चित्र ५.०४ में दिग्दर्शित है। (ग) प्रकृति (Texture)- सूक्ष्म होने के कारण इसका सफेद ऊर्जा की तुलना में अधिक भेदने (penetrating) का प्रभाव होता है। ५.१६५
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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