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________________ (ठ) सभी प्रकार के गुस्से, अप्रसन्नता और अन्य नकारात्मकत भावनाओं को त्यागना चाहिए। इनके होने से 6. 3 और 1 में अस्थिरता पैदा हो जाती है। उपक्रम (४०) बुढ़ापे की गति को कम करना- Reducing the rate of Aging (OID age) आपने बूढ़े लोगों को देखा होगा कि उनकी रीढ़ की हड्डी झुकने लगती है, उनके पैर कमजोर हो जाते हैं, और अधिकांश को जोड़ों के दर्द की शिकायत रहती है। सभाओं में उन्हें सो जाने की आदत हो जाती है। ऐसा बड़े चक्रों के ठीक प्रकार से काम न करने के कारण होता है, खासकर । जो मांशपेशियों व अस्थि तंत्र, रीढ़ की हड्डी, रक्त व अन्य आवश्यक तंत्र को नियंत्रित व ऊर्जित करता है। इसलिये 1 की नियमित रूप से देखभाल करनी चाहिए। इस पद्धति के नियमित प्रयोग से बूढ़े व्यक्तियों को ताकतवर और सजग बनाया जा सकता है जिससे वे एक अच्छा जीवन बिता सकें और साथ ही जोड़ों के दर्द या गठिया जैसे रोगों को बढ़ने से रोका जा सकता है। युवा आशाता प्रौढ़ आत्तिनों की हड़ती उम्र की गति कम करने के लिए निम्नलिखित विधिक्रम अपनायी जा सकती है। (क) GS (२ या ३) (ख) C (L, K, 3, 5) (ग) (1,2,4,6) (घ) c7/E7b (ङ) 7 (8, 9, 10, 11, bh) (ट) सप्ताह में एक या दो बार अनिश्चितकाल तक इलाज दोहराते रहें। (ठ) रतिज रोग से पीड़ित या इसका इतिहास रखने वाले या ट्यूमर के साथ अधिश्वेतरक्तता या उच्च रक्तचाप के रोगी पर इस इलाज को न करें। इनका इलाज उन्नत प्राणशक्ति उपचार में बताया गया है। ५.१२३
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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