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भाग-४
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प्राण ऊर्जा विज्ञान
PART IV THE SCIENCE
OF PRANIC ENERGY
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एक लय में सो गयी सास और विचारों का नियंत्रण करके आप समुचित मात्रा में
मोजस्वी जी को ग्रहण कर सकते हैं या सोख सकते हैं और आप उसे दूसरे भावमी के शरीर में भी भेज सकते हैं। उसके शरीर के कमजोर भागों या अंगों को उत्तेजित करके बीमार तत्वों को बाहर निकाल कर स्वास्थ्य प्रदान कर सकते हैं।
--योगी रामचरक . .......... मनसउपचार
मनसउपचार विज्ञान
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