SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 316
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ प्रत्येक फैफड़ा एक दोहरे Serous membrane जो Pleura कहलाता है, से बँधा होता है। वयस्क व्यक्ति के फैफड़ों की क्षमता लगभग ३-४ लीटर वायु होती है। वायु की मात्रा जो श्वास द्वारा ली जाती है, लगभग ६ लीटर प्रति मिनट होती है। फेंफड़ों में ३० करोड़ से अधिक Alveoli होते हैं। फेंफड़ों के अन्दर समस्त वायु मार्गों की लम्बाई लगभग २,४०० किलोमीटर होती है। प्रत्येक फेंफड़े के सतह का क्षेत्रफल लगभग १८० वर्ग मीटर होता है। एक श्वास में मात्र ५०० मिली लीटर वायु ही ली जाती है। Inspired (atmospheric) तथा निष्काषित वायु (Expired Air) का Composition (विश्लेषण) निम्न प्रकार होता है : | Inspired (वायुमण्डल) की | Expired (निष्काषित) Air Air नाइट्रोजन ७६ प्रतिशत | ७६ प्रतिशत | ऑक्सीजन २० प्रतिशत १६ प्रतिशत कार्बन डाईऑक्साइड | ०.०४ प्रतिशत ४.०४ प्रतिशत वायु का ताप वातावरण के बराबर शरीर के ताप के बराबर (शरीर की गर्मी का २० प्रतिशत निष्काषित वायु को गरम करने में खर्च हो जाती है ।) | वायु की नमी (humidity) वातावरण के बराबर । | पानी की वाष्प से भरपूर | (saturated) श्वसन की गति अलग-अलग व्यक्ति में अलग-अलग होती है । साधारणतः १० से २० प्रति मिनट होती है। आन्तरिक श्वसन -- Internal Respiration शरीर के प्रत्येक कोशिका (Cell) में अनेक “पावर हाउस" अथवा Mitochondria और दो रसायन (Chemicals) ADP और ATP नाम के होते है, जो चार्ज की हुई बैटरियों (charged batteries) की तरह काम करते हैं। देखिये चित्र २.३७ । शुगर (Sugar) को कोष (Cell) के मुख्य भाग में तोड़ दिया जाता है, फिर वह २.४४
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy