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प्रत्येक इन्द्र (राजा सदृश) के दस परिवार देव इस प्रकार हैं: प्रतीन्द्र
युवराज सदृश त्रायस्त्रिश
पुत्र सदृश सामानिक
कलत्र अथवा पत्नी तुल्य लोकपाल
तंत्रपालों के समान (पूर्व में सोम, दक्षिण में
यम, पश्चिम में वरुण तथा उत्तर में धनद) तनुरक्षक
अंगरक्षक के समान तीन प्रकार के पारिषद - बाह्य, मध्य, आभ्यन्तर समिति के सदृश सात प्रकार के अनीक - सेना तुल्य (निम्नवत) प्रकार
अनीकों के नाम असुरकुमार | महिष, घोड़ा, रथ, हाथी, प्यादे, गन्धर्व और नर्तकी नागकुमार
नाव, घोड़ा, रथ, हाथी, प्यादे, गन्धर्व और नर्तकी सुपर्णकुमार गरुड़, घोड़ा, रथ, हाथी, प्यादे, गन्धर्व और नर्तकी द्वीपकुमार
हाथी, घोड़ा, रथ, हाथी, प्यादे, गन्धर्व और नर्तकी उदधिकुमार | मगर, घोड़ा, रथ, हाथी, प्यादे, गन्धर्व और नर्तकी | स्तनितकुमार गैंडा, घोड़ा, रथ, हाथी, प्यादें, गन्धर्व और नर्तकी | विद्युत्कुमार
ऊँट, घोड़ा, रथ, हाथी, प्यादे, गन्धर्व और नर्तकी | दिक्कुमार | सिंह, घोड़ा, रथ, हार्थी, प्यादे, गन्धर्व और नर्तकी अग्निकुमार
| शिविका, घोड़ा, रथ, हाथी, प्यादे, गन्धर्व और नर्तकी । वायुकुमार
अश्व, घोड़ा, रथ, हाथी, प्या, गन्धर्व और नर्तकी प्रकीर्णक - पुरजन सदृश आभियोग्य - दास सदृश किल्विषिक - चाण्डाल की उपमा को धारण करने वाले
असुरकुमार देव नरकों में जाकर नारकियों को आपस में लड़ाया करते हैं।