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सन्दर्भ ग्रन्थ सूची
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प्राकृत तथा अपक्षश १- कुमारपाल चरित हेमचन्द्र २- जैना शिलालेख सङ्ग्रह भाग १ डॉ० हीरालाल जैन ३- देशी नाममाला हेमचन्द्र भांडारकर ओरियन्टल रिसर्च इन्स्टी
ट्यूट, पूना ४- सिद्धहेमचन्द्र
प्राकृत प्रक्रियावृत्ति या ढुंढिका, उदय
सौभाग्य गणि ५- प्राकृत व्याकरण
सम्पादक प० ल० वैद्य, पूना १६२८ ६- प्राकृत पैंगल
सम्पादक श्री चन्द्रमोहन घोष-१६०२ ७- प्राकृत द्वयाश्रय काव्य ओरियन्टल इन्स्टीटयूट, पूना १६३६ ८% प्राकृत भाषाओं का व्याकरण अनु० हेमचन्द्र जोशी- बिहार राष्ट्रभाषा
परिषद् पटना १६१८ ६- प्राकृत शब्दानुशासन की पी० एल० वैद्य शोलापुर १६५४
भूमिका १०- देशी नाममाला गुजराती सभा बम्बई सं० २००३
माजी १- एस्पेक्ट ऑफ संस्कृत लिटरेचर-एस० के०डे. २- ब्रिटिश पेरेमाउन्ट एन्ड जीनियन्स इन्डीया-ग्रन्थ १,२ क० मा० मुन्शी ३- एडीसन ऑफ अनेकार्थ सङ्ग्रह - थ टचरइ ४- गुजरात एन्ड इट्स लिटरेचर-के०-एम० मुन्शी भारतीय विद्याभवन बम्बई
१९३३ ५- हिस्ट्री ऑफ क्लासीकल संस्कृत लिटरेचर कृष्णामाचारियर ६- हिस्ट्री ऑफ इन्डियन लिटरेचर-विन्टरनिट्ज ग्रन्थ १,२,३ ७- हिस्ट्री ऑफ संस्कृत पोएटिक्स पी० व्ही० काने ८- , , , , एस० के० डे० ६- हिस्ट्री ऑफ संस्कृत लिटरेचर एस० एन० दास गुप्ता तथा डे. १०- हिस्ट्री ऑफ इण्डियन लाजिक डॉ० शतीशचन्द्र ११- इन्ट्रोडक्शन टू देशी नाममाला प्रो० बेनर्जी १२- जैनीज्म इन गुजरात सी० बी० सेठ बम्बई १६५३ १३- लाइफ ऑफ हेमचन्द्र -- डॉ० व्यूहलर सिंधी जैन सिरीज १९३६ १४- काव्यानुशासन
रसिकलाल पारीख १५- प्रबन्ध चिन्तामणि
टॉनी